मिल्लत टाइम्स,दरभंगा:लहरिया सराय थाना क्षेत्र के दारु भट्टी चौक स्थित मेट्रो अस्पताल में 27 जुलाई 2019 को फंदे से झूलते हुए शव बरामद मामले में कई सवालों को खड़ा कर दिया है जिसका जवाब पुलिस तलाशने में जुटी है हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इसे आत्महत्या करार दिया है जबकि मृतक कमतौल थाना क्षेत्र के बरीऔल गांव निवासी कलीमुउल्लाह अंसारी के पुत्र रफ़ीउल्लाह अंसारी उर्फ राजू (22) का शव जिस हालात में पाया गया उससे यह घटना आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या प्रतीत होता है इस मामले को लेकर माले के इंसाफ मंच ने पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है मंच के नेता नियाज अहमद ने कहा है कि रफ़ीउल्लाह अंसारी उर्फ राजू की हत्या हुई है इसकी उच्च स्तरीय जांच अगर नहीं कराई गई तो इंसाफ मंच के बैनर तले उग्र आंदोलन किया जाएगा
इस मामले में पुलिस की भूमिका को उन्होंने हादयस्पद बताया है आत्महत्या से संबंधित पुलिस ने ऐसा कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है जिससे इस घटना को सुसाइड मान लिया जाए मृतक को अगर आत्महत्या करना होता तो वह अपने घर पर भी कर सकता था उन्होंने कहा कि यह घटना अस्पताल संचालक के घर के अंदर की गई है जिसके तहत उस की हत्या की गई है इससे पूर्व मिल्लत कॉलेज के एक छात्र की हत्या पूर्व में होने की बात कही है ताकि इंसाफ मंच को जानकारी मिली है कि मृतक की गला दबाकर हत्या की गई है फिर उसे लटकाने की कोशिश की गई लेकिन हत्यारा सबको लटकाने में कामयाब नहीं हो सके और लोगों को जानकारी मिल गई यही कारण है कि शव ऊपर की जगह नीचे फर्श पर पाया गया वहीं मृतक के मामा मोहम्मद इरफान ने भी इस घटना को हत्या करार दिया है
कई सवालों का नहीं मिल रहा जवाब मृतक 6 माह से अस्पताल में नौकरी कर रहा था उसके जिम्मे में लेखा संधारण का काम था सुबह 9:00 बजे के आसपास ड्यूटी पर आया था ठीक 1 घंटे के बाद उसका शव एक कमरे के पंखे से लटकता हुआ पाया गया फंदा में पर्दा का इस्तेमाल किया गया था और सब ऊपर की जगह नीचे फर्श पर लटका हुआ मिला