*आरपीएफ की नौकरी छोड़कर बिहार पुलिस में आये थे मिथिलेश,डीजीपी आरा पहुँच दिया श्रद्धांजलि और कहा*
*अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएग*
परवेज़ सिवानी,छपरा:छपरा जिले के मढौरा में अपराधियों की गोली से शहीद हुए सब इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार साह के मामले में नया मोड़ आ गया है। उनके पिता ने पुलिस विभाग पर बड़ा आरोप लगा कर कई सवाल खड़े किए हैं। शहीद के पिता और आरपीएफ के रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर ने डिपार्टमेंट के अधिकारियों पर अपने बेटे की साजिशन हत्या करवाने का आरोप लगाया है।
अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा
इससे पहले शहीद मिथिलेश का शव जैसे ही आरा स्थित उनके घर पहुंचा, पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा पसर गया। परिजनों के साथ – साथ आस-पास के लोगों की आंखें भी नम हो गईं। इस मौके पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान वो भावुक हो गए है और कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा । उन्होंने कहा कि वो बार-बार इस घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहे हैं।
शहीद के पिता ने पुलिस विभाग पर लगाया आरोप
शहीद मिथिलेश के पिता ने मीडिया से बातचीत में पुलिस विभाग पर साजिशन हत्या का आरोप लगाया है और उन्होंने विभाग से सवाल पूछा कि जब शहीद मिथिलेश साह की पोस्टिंग मोतिहारी जिले में कर दी गई थी तो, आखिरकार वरीय अधिकारियों द्वारा मिथिलेश को एसआईटी में ही क्यों रखा गया था। वहीं शहीद जवान की बहन ने कहा कि भैया से कुछ दिन पहले ही मेरी बात हुई थी। शहीद की बहन ने बताया कि भैया ने बताया था कि अपराधी उनको टारगेट पर लिए हुए हैं और उन्हें बार-बार धमकी भी दी जा रही थी।
आरपीएफ छोड़ बिहार पुलिस में आए थे मिथिलेश
मालूम हो कि शहीद जवान मिथिलेश साह मूल रूप से भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नागोपुर पिरौटा गांव के रहने वाले थे। शहीद सब-इंस्पेक्टर के पिता दशरथ साह भी आरपीएफ में सब इंस्पेक्टर से रिटायर्ड हैं। मिथिलेश साह भी पहले आरपीएफ में ही थे। उन्होंने साल 2009 में आरपीएफ में दारोगा की नौकरी से इस्तीफा देने के बाद बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर योगदान किया था।