भारत में बेरोज़गारी एक प्रमुख सामाजिक मुद्दा रहा है, सितंबर 2018 तक भारत में 31 मिलीयन बेरोजगार है।
बेरो़गारी दर 45 साल के ऊचे स्तर पर पहुंच गई। इसे भारत सरकर द्वारा आधिकारिक तौर पर स्वीकार कर लिया गया है। कुछ महीने पहले लिक हुए एक रिपोर्ट में बताया गया था के भारत में बेरोजगारी की स्तर 45 साल के ऊंचे स्तर पर है।
इस रिपोर्ट को लिक होते ही मोदी सरकार ने मानने से इंकार कर दिया था, मगर वहीं मोदी सरकार को इस खारिज ना कर सका, 31/05/19 को स्वीकार करने पर मजबूर होना पड़ा।
पूरे देश में जूलाई 2017 से लेकर जून 2018 तक 1 साल में बेरोजगारी सचमुच 6.1% के दर से बढ़ा। वहीं, केन्द्रीय सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 6 साल में ग्रामीण इलाकों के युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी बढ़ कर तीन गुना से ज्यादा हो गई।
भारत की राजधानी दिल्ली में जितनी कोचिंग संस्थान हैं उतनी तो नौकरी भी नहीं मेरे अनुसार,
खुद पर भरोसा रखें, इन गैर कानूनी कोचिंग संस्थान की बहकावे में ना आये, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत करे।
एक मित्र आरती शर्मा अपने फेसबुक वाल पर लिखती है-:
13 साल के बच्चे प्यार कर रहे है,
65 साल के लोग शादी कर रहे हैं,
और जिनकी उम्र ये सब करने की वो कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे हैं।
मेरे दूसरे मित्र Arshad Anwar लिखते हैं।-:
जरूरी नहीं है कि बर्बाद होने के लिए जुआ, शराब और इश्क़ ही किया जाएं,
आप सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर सकते है….।
हर शक्श दौडता है भीड़ की तरफ, फिर यही चाहता है उसे भी मिल जांए रास्ता, वो रास्ते पर होता तो है लेकिन वो रास्ता तो भ्रष्टाचारियों से बंद हुआ मालूम पड़ता है।
(लेखक सौकत नोमान)