मिल्लत टाइम्स,बिहार:सुपौल में महागठबंधन की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. राजद और रंजीत रंजन के बीच जारी विवाद अब सतह पर आता नजर आ रहा है. राजद ने एक ओर अपने निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश यादव को समर्थन देने की औपचारिक घोषणा कर दी है. इसकी वजह से रंजीता की राह और भी मुश्किल होती जा रही हैं. दरअसल, राजद की मांग थी कि पप्पू यादव मधेपुरा से महागठबंधन के प्रत्याशी शरद यादव के खिलाफ अपना नामांकन वापस लें, तभी सुपौल में कांग्रेस प्रत्याशी और उनकी पत्नी रंजीता रंजन को राजद अपना समर्थन देगा.
मालूम हो कि सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख थी. इसके बावजूद भी पप्पू यादव ने मधेपुरा से अपना नामांकन वापस नहीं लिया, जिससे राजद के तल्ख तेवर अब दिखने लगे हैं. राजद विधायक और जिला अध्यक्ष यदुवंशी यादव ने कहा कि राजद के निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश यादव ने उनसे समर्थन की मांग की है, जिसे एक बैठक के बाद निर्णय लेकर समर्थन कर दिया जाएगा.
वहीं, पूरे चुनाव में राजद का कोई वरिष्ठ नेता आएगा या नहीं इस पर उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर ऊपर में आलाकमान को बता दिया गया है. अगर कोई आता है तो उसका विरोध राजद करेगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि 15 साल से राजद को रंजीता रंजन सौंपा गया है. अब इस प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. विधायक ने कहा कि एक और पप्पू यादव दो-दो हाथ करने की बात करते हैं और दूसरी ओर यहां पर समर्थन खोज रहे हैं, जो अब कतई बर्दाश्त नहीं है. यदुवंश यादव ने कहा कि जल्द ही बैठक कर इस बात का निर्णय कर लिया जाएगा कि राजद कार्यकर्ता दिनेश यादव जो कि निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं उन्हें समर्थन दिया जाय.