आटा, चावल, समेत रोजमर्रा की इन चीजों पर मोदी सरकार ने लगाई पांच प्रतिशत जीएसटी

नई दिल्ली:  जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई है। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत माल एवं सेवा कर (जीएसटी) देना होगा।

इस तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है। अभी इसपर कोई कर नहीं लगता है।

आज से पहले तक ये सामान जीएसटी के दायरे से बाहर थे। आज से इन्हें जीएसटी में शामिल कर दिया गया है और पांच परसेंट के स्लैब में रखा गया है। कारोबारी दाल-दलहन एवं अन्य खाद्यान्नों पर पांच फीसदी जीएसटी लगाने का विरोध कर रहे हैं। एक तरफ पहले से ही देश में आम जनता महंगाई की मार झेल रही है। आम चीजों पर जीएसटी लागने से गरीबों के दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो जाएगा।

आइए जानें किन-किन चीज़ो पर लगी जीएसटी…

जीएसटी काउंसिल की हाल में चंडीगढ़ में हुई बैठक में डिब्बा या पैकेटबंद और लेबल युक्त (फ्रोजन को छोड़कर) मछली, दही, पनीर, लस्सी, शहद, सूखा मखाना, सूखा सोयाबीन, मटर जैसे उत्पाद, गेहूं और अन्य अनाज तथा मुरमुरे पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया।

इसी प्रकार, टेट्रा पैक और बैंक की तरफ से चेक जारी करने पर 18 प्रतिशत और एटलस समेत नक्शे तथा चार्ट पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा।

 

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