◆ लॉकडॉउन में गरीबों के लिए राशन की व्यवस्था करनी होगी- नेयाज अहमद
प्रेस रिलीज़,दरभंगा 10,अप्रैल 2020
लाॅकडाउन ने गरीबों, बाहर से आए मजदूरों, निर्माण मजदूरों, अन्य दिहाड़ी मजदूरों, मनरेगा मजदूरों, रिक्शा-टेंपों-ई रिक्शा चालको, निम्न मध्यवर्गीय तबके और समाज के कामकाजी हिस्से के सामने भुखमरी की गंभीर स्थिति पैदा कर दी है. क्योंकि सरकार द्वारा इन लोगों तक राशन पहुंचाने का काम न के बराबर हो रहा है. एक बड़े हिस्से के पास राशन कार्ड भी नहीं है, सरकार उस विशाल तबके को पूछ तक नहीं रही है. जबकि हम बार-बार केंद्र व राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि सभी जरूरतमंदों तक कच्चा राशन अविलंब पहुंचाने की गारंटी की जाए.
सरकार की इस संवेदनहीनता के कारण भूख का भूगोल लगातार बढ़ रहा है. भूख व बेबसी से मरने वालों की भी संख्या कोई कम नहीं है. यदि समय रहते सरकार द्वारा पर्याप्त कदम नहीं उठाए जाते तो भुखमरी से मरने वालों की तादाद में कई गुणा वृद्धि हो सकती है. इसलिए
भाकपा-माले बिहार राज्य कमिटी के आह्वान पर 12 अप्रैल को 2 से 2.30 बजे अपने-अपने घरों में 10 मिनट के लिए थाली अथवा अन्य चीजें बजाने का आह्वान किया गया हैं।
इंसाफ मंच इस कार्यक्रम का समर्थन करता हैं। उक्त जानकारी दिए हुये प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने बयान जारी कर कहा कि आज लॉकडॉउन से कोरोना महामारी के साथ गरीबों, निर्माण मज़दूरों, दिहाड़ी मज़दूरों, रेहड़ी-पटरी आदि तमाम लोगों के सामने भूख का सवाल अहम बन गया हैं। लॉक डाउन के एक पखवाड़ा से ज्यादा हो जाने के बाद भी अभी तक सरकार-प्रशासन की ओर से कुछ भी राहत नहीं पहुंचा हैं। इन लोगों उनके हाल पर छोड़ दिया हैं। अब इस हाल में घर में बैठकर सहन करने का धैर्य टूट रहा हैं। इन स्थितियों में पटना-दिल्ली की बहरी व निर्दय सरकार को सुनाने के लिए सभी 12 अप्रैल को 2 बजे से 2.30 बजे अपराह्न थाली-बर्तन पीटकर अपने राशन के सवाल को उठाया जाएगा। इंसाफ मंच दरभंगा के तमाम न्याय पसंद नागरिकों से अपील करती हैं कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का काम करेंगे।
नेयाज अहमद