सीतामढ़ी (इश्तेयाक आलम)कोरोना वायरस को लेकर जिले में चल रही तैयारियों को गति देने को लेकर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभा कक्ष में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉक्टर आनंद गौतम एवं नोडल पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार यादव ने इस विस्तार से जानकारी दिया । उन्होंने बताया कि इस महामारी का चार स्टेज होता है। भारत में यह महामारी सेकंड स्टेज में है। उन्होंने कोरोना के रोगियी की पहचान,उनका आइसोलेशन,उनकी जाँच, उनका इलाज,सामुदायिक जागरूकता एवम सतर्कता के संबंध में अबतक सरकार एवम विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में विस्तृत जानकारी दी।
डॉक्टर आनंद गौतम ने बताया कि सेकंड स्टेज में कोरोना वायरस का संक्रमण मैन टू मैन फैलता है वही थर्ड स्टेज में यह संक्रमण समुदाय समुदाय में फैलता है। कोरोना वायरस आमतौर पर एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। खांसने तथा छींकने से ,नजदीकी व्यक्तिगत संपर्क से , छूने या हाथ मिलाने से, किसी संक्रमित वस्तु या व्यक्ति को छूने के बाद बिना हाथ धोए अपने नाक मुंह और आंखों को छूने से इसका संक्रमण होता है।उन्होंने बताया कि बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द ,छींक आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं उन्होंने कहा कि बहुत भयभीत या पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। अब तक संक्रमित व्यक्तियों में मृत्यु दार लगभग 3% है ।उन्होंने कहा कि जिन लोगों का रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छा है आसानी से इसका सामना कर सकते हैं ।अब तक के आंकड़ों के अनुसार 60 वर्ष से अधिक के संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु दर सबसे अधिक है।उन्होंने कहा कि हमे अगले कुछ दिनों तक विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सरकार ने ऐतिहातन जो भी करवाई या दिशा निर्देश दिया है उसका एकमात्र उद्देश्य इस महामारी के प्रभाव को कम से कम करना है।यह तभी संभव है जब पूरा समाज सजग एवम सतर्क रहें।सरकार द्वारा समय-समय पर दी गई एडवाइजरी का लोग पालन करे।
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि कोई भी संदिग्ध मरीज आता है तो सबसे पहले उसके साथ अपनापन एवं अच्छा व्यवहार का प्रदर्शन करना चाहिए ।क्षेत्रों से आने वाले लोगो की सतत निगरानी होनी चाहिये,भले ही वो पूरी तरह से ठीक हो।उनका पता एवम मोबाइल नंबर रखे,उनसे संपर्क कर लगातार उनका हाल-चाल लेते रहे। ऐसे लोगो को चिन्हित करने हेतू अपनी सूचनातंत्र का भरपूर उपयोग करे। डीएम ने कहा कि 18 फरवरी के बाद किसी भी देश की यात्रा कर कोई भी व्यक्ति सीतामढ़ी में आया है अथवा अन्य प्रभावित क्षेत्र से भी सीतामढ़ी में आया है तो ऐसे तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनसे लगातार संपर्क में रहें ताकि आवश्यकता पड़ने पर अग्रेतर करवाई की जा सके। डीएम ने कहां की प्रखंड स्तरीय टीम आपस में समन्वय बनाकर रखें ।उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी प्रकार का संदेह हो तो तुरंत अपने वरीय अधिकारी से संपर्क करें। डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा में लगे सभी डॉक्टर या कर्मी कार्यशाला में बताए गए अपनी सुरक्षा के मानकों का भी पूरी तरह से पालन करेंगे क्योंकि आप स्वस्थ रहेंगे तभी दूसरों को स्वस्थ रखेंगे ।डीएम ने कहा कि महामारी नहीं होगी भारी अगर हमारी पूरी होगी तैयारी। डीएम ने बताया कि अब तक बोर्डर एरिया में 70000 से अधिक लोगो की स्क्रीनिंग हो चुकी है। सीतामढ़ी में एक भी केस पॉजिटिव नही पायस गया।उक्त बैठक में सिविल सर्जन सीतामढ़ी, नोडल पदाधिकारी डॉक्टर आरके यादव डीपीआरओ परिमल कुमार सहित सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे ।