देश के तिरंगा की रक्षा हम करेंगे,हम डराते नहीं प्यार से समझाते

देश के तिरंगा की रक्षा हम करेंगे
हम डराते नहीं प्यार से समझाते हैं

“खेत में मरते किसान , बार्डर पर मरते जवान और तुम करते हिन्दू मुसलमान”

कामरेड कन्हैया कुमार, ने किया हज़ारों अररियावासीयों को संबोधित।

प्रेस विज्ञप्ति: आज अररिया काॅलेज के प्रांगन में सी ए ए , एन आर सी, एन पी आर के खिलाफ NPR-NRC-CAA विरोधी संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित विशाल प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए सी पी अाई के नेता और जे एन यू पूर्व अध्यक्ष कन्हैया ने कहा कि हमारी विरासत किसी से डरने की नहीं है और ना ही किसी को डराने की नहीं है। हम मुहब्बत करने वाले लोग हैं। हमारी इस यात्रा का मकसद है अपने संविधान की रक्षा करना। उन्होंने कहा कि ये कानून किसी एक धर्म और संप्रदाय से जुड़ा नहीं है। आज इस देश में जो राजनीति हो रही है वो इंसान से इंसान को बांटने की राजनीति है। जिसमें हमारे राम की छवि को भी बांटने की कोशिश की है। ये राजनीति इसलिए कर रहे है ताकि हम उनके झूठे वादों पर सवाल नहीं कर सकें। आज देश के 16 लाख से ज्यादा लोगों की नौकरी चली गई है। पर ये सरकार इन सवालों पर बात नहीं कर रही है।

सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि पहले दिन से ही बिहार में चल रही इस यात्रा पर कई बार हमले हुए पर हमारा कांरवा चलता रहा। जन स्वास्थ्य अभियान से जुड़े डाक्टर शकील ने कहा कि जो लोग समझते है कि इस मुल्क की गंगा जमुनी तहजीब को वे मिटा देंगे और इस देश के मुसलमानों को बाहर कर देंगे तो वे इस मुगालते में नहीं रहें । इस देश के मुसलमानों ने तो विभाजन के समय ही ये तय किया कि उनका देश हिंदुस्तान है वे यहां से नहीं जाएंगे। हम इस मिट्टी में जन्में है और इसी मिट्टी में दफन होंगे। एन ए पी एम के कन्वीनर आशीष रंजन ने कहा की ये कानून हमारे देश के नागरिकता पर प्रहार करता है। हमारे संविधान पर प्रहार करता है। उन्होंने कहा कि ये कानून गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी है। उन्होंने कहा कि हम जानते है कि हमारे देश के लोग इस जुल्म के खिलाफ लड़ेंगे और जुल्म की ये रात खत्म होगी।

जो लोग नफ़रत बांट रहें हैं उसके खिलाफ पूरा देश खड़ा होगा और हम सब अमन के गीत गाएंगे। लेकिन ये भी कहना होगा कि हमें अगर दूसरों का तोगड़िया पसंद नहीं है तो हमें अपने तोगड़िया से भी लड़ना होगा। आज की सभा में सामाजिक कार्यकर्ता दीपक दास, मजदूर नेता महेश कुमार ,सी पी एम के राम विनय ने संबोधित किया। इसके पूर्व सभा का संचालन करते हुए जाहिद और कामायनी स्वामी ने कहा कि ये लड़ाई देश के नागरिकों को न्याय देने की लड़ाई है। ये महिलाओं के हक़ की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि इस झंडे की कुर्बानियां हम सब देते रहे हैं और ये हमारा मुल्क है कोई हमें इससे बाहर नहीं कर सकता। बिहार महिला समाज कि कार्य कारी अध्यक्ष निवेदिता झा ने कहा कि किसी भी कीमत पर इस देश के संविधान पर हमला नहीं सहेंगे। इस मुल्क में बीजेपी और आरएसएस के लोग धर्म के आधार पर विभाजन करना चाहती है पर हम्साब उनकी इस साजिश को नाकाम करेंगे और इस कानून को वापस करना होगा।

मंच से बोले – जन स्वास्थ्य अभियान के डॉ शकील, कदवा विधायक और जन गण मन यात्री शकील अहमद खान, एनपीआर-NRC-CAA विरोधी संघर्ष मोर्चा की मीडिया प्रभारी और महिला नेत्री निवेदिता झा, , NAPM के राष्ट्रीय कन्वेनर और jjss के आशीष रंजन, हम हैं भारत के दीपक दास, अररिया विधायक अबिदुर रहमान, खेत मज़दूर यूनियन के महेश कुमार, CPM के राम विनय, सामाजिक कार्यकर्ता लड्डू जी। डॉ एस आर झा शामिल थे।

JJSS सांस्कृतिक टीम के शिवनारायण, डोली, तनमय, चांदनी, क्रिस्चम।

यात्रा का स्वागत मुज़म्मिल के नारे “हम ज़िंदा हैं” से किया गया।

तौसीफ, सिबतेन और ज़ाहिद अनवर द्वारा यात्रियों को मोमेंटो भेंट किये गए जिसमें भारत का संविधान शामिल था।

कार्यक्रम का संचालन ज़ाहिद अनवर और कामायनी स्वामी ने किया।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity