*दरभंगा पुलिस का दमनकारी चेहरा उजागर, मुकदमा का डर दिखाकर आन्दोलन को दबाना चाहती है प्रशासन-इंसाफ मंच*
प्रेस रिलीज़ ,दरभंगा, 7/9/2019:दरभंगा पुलिस की मनमानी, दमनकारी रवैए पर इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि दरभंगा पुलिस अपने नाकामयाबी को छुपाने के लिए आंदोलन करने वाले नेताओं पर मुकदमा दर्ज करके अपराध के खिलाफ उठने वाली आवाज़ को दबाना चाहती है।
उन्होंने आगे कहा कि शराब पकड़ने व वाहन चालकों से जुर्माना वसूलने में माहिर दरभंगा पुलिस की नाकामयाबी अपराध के कई मामलों में सामने आई है।पिछले दिनों लहेरियासराय दारू भठ्ठी चौक के पास मेट्रो अस्पताल में लेखपाल के पद पर कार्यरत रफीउल्लाह अंसारी उर्फ राजू की आत्महत्या के मामले में केस का उद्भेदन करने में दरभंगा पुलिस असफल रही है।
वहीं मनीगाछी के जगदीशपुर गाँव में एक स्कूल के शिक्षक ने उसी विद्यालय में कार्यरत रसोइया के साथ दुष्कर्म करने के मामले में अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पायी है।
और अभी 2 दिनों पहले ही सिमरी थाना क्षेत्र के शोभन में दलित महिला की हुई हत्या में करवाई के बजाय भ्रष्ट पुलिस शोभन चौक पर वाहन चालकों से 8 बजे रात्रि तक जुर्माना वसूल रही थी।24 घंटे तक पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठी थी लेकिन जब ग्रामीणों के साथ इंसाफ मंच व माले कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हैं तब तब ये दमनकारी दरभंगा पुलिस बदले की भावना से प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा करके कहीं न कहीं मामले को दबाना चाहती है।
उन्होंने दरभंगा के एसएसपी महोदय से मांग किया है कि इन सभी मामलों जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी हो और बदले की भावना से प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा करने वाले संलिप्त पुलिसकर्मी पर करवाई हो।