मौके पर विधायक और जिला प्रशासन के लोग भी पहुंचकर अर्पित किया श्रद्धासुमन
शहनवाज हुसैन,त्रिवेणीगंज,सुपौल. दिल्ली में तैनात कोरोना योद्धा डॉ जेपी का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव त्रिवेणीगंज के भूरा पहुंचा तो पूरा क्षेत्र गमगीन था.श्रधांजली देने लॉक डाउन के बावजूद बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे .ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी विनय कुमार सिंह भी उपस्थित थे. कोरोना योद्धा डॉ जेपी दिल्ली नगर निगम के पोलिक्निक में सीएमओ प्रभारी थे जिनका निधन पिछले दिनों दिल्ली में सड़क दुर्घटना में उस वक्त हो गया था जब वो क्लिनिक में स्वास्थ्यकर्मियों के बीच पीपीई किट देने गये थे और वापस आने वक्त इनके साइकिल में एक कार ने ठोकर मार दिया था.डॉ जेपी साइकिल से इसलिए क्लिनिक गये थे चूँकि इनकी कार खराब हो गयी थी और क्लिनिक जाकर पीपीई किट कर्मियों के बीच देना अत्यंत जरुरी था इसलिए डॉ ने पुत्र की साइकिल से ही निकल लिया था .
अंतिम संस्कार के दौरान सोशल डिस्टसिंग का ख्याल रखते हुए अंत्येष्टि कार्य संपन्न किया गया। डॉक्टर जेपी को मुखाग्नि उनके 13 वर्षीय पुत्र ने दिया। मौत की खबर मिलने पर स्थानीय विधायक वीणा भारती भी कोरोना योद्धा डॉ जेपी के परिजनों से मिल ढाढ़स बँधाया और नमन कर अपना श्रधा सुमन अर्पित किया ।अपने कार्य के प्रति समर्पित रहने वाले डॉ के इस दर्दनाक मौत से बिहार सहित पूरा देश आज गमगीन है.परिवार में पत्नी और एक पुत्र तथा एक पुत्री को अपने पीछे डॉ जेपे छोड़ गये है.
पुणे से एमबीबीएस की पढ़ाई कर देश की सेवा में तैनात डॉ जेपी को उनके कार के ख़राब हो जाने के बाद परिवार के लोगों ने अस्पताल जाने से रोका था और विनती किया था कि कार के ठीक हो जाने के बाद अस्पताल जाएँ .लेकिन डॉ जेपी ने ये कहकर साइकिल से अस्पताल निकल लिया था कि पूरा देश कोरोना से तबाह है ऐसे में कर्मियों के बीच पीपीई किट बांटना बेहद ही जरुरी है.आज पूरा देश डॉ जेपी को कोरोना योद्धा कहकर सलाम कर रहे है.
शव के गाँव पहुँचते ही न केवल परिवार के सदस्य बल्कि पूरा गाँव लोगों के चित्कार से गूंज रहा था और नम आँखों से सभी सलाम कर अंतिम विदाई दे रहे थे.मौके पर मौजूद विधायक वीणा भारती ने कहा ऐसे कर्तव्यनिष्ठ इंसान को देश नही सम्पूर्ण राष्ट्र सलाम कर रहा है ,आज देश को अपूर्णीय क्षति हुआ है .असल में चिकित्सक ही असली भगवान है. एसडीओ विनय कुमार ने कहा सलाम है ऐसे डॉ को जिसने लोगों के लिए अपनी जान की बजा लगा दी .
डॉ जेपी को पुरे देश सहित अन्य देशों के लोगों ने भी अपने तरीके से याद किया और सलाम किया है.क्या आम क्या ख़ास ख़ास सभी ने तरीके से डॉ जेपी को सलाम किया अहै और अपना श्रधासुमन अर्पित किया है भारत के मशहूर पत्रकार रविश कुमार ने अपने फेसबुक टाइमलाइन पर कुछ यूँ लिख कर श्रधांजली दिया है …
कोरोना के योद्धा डॉ जे पी यादव आपको मेरा सलाम
डॉ जे पी यादव। सोमवार को आपकी गाड़ी ख़राब हो गई। परिवार के लोगों ने कहा कि गाड़ी ठीक होने पर ही अस्पताल जाएं। लेकिन आपने कहा कि जाने में देरी होगी क्योंकि स्वास्थ्यकर्मियों को पी पी ई किट देने हैं। उनकी ज़िंदगी ज़रूरी है। यह कह कर आप बेटे की साइकिल लेकर पोलिक्लिनिक चले गए। शाम को जब घर लौट रहे थे तब पीछे से एक तेज़ी आती कार ने टक्कर मार दी। आपको नहीं बचाया जा सका। आप दक्षिण दिल्ली नगर निगम के पोलिक्निक में सीएमओ प्रभारी थे। हमें आप पर गर्व है। आपने पुणे से एम बी बी एस की पढ़ाई की थी। आप एक ज़िम्मेदार डाक्टर थे तभी तो कार ख़राब होने पर साइकिल से निकल गए। हमारी कोई भी संवेदना आपके परिवार के ग़म को हल्का नहीं कर पाएगी। फिर भी आपकी ख़बर सुनकर मन ख़राब हो गया। काश वो कार न आती और आप साइकिल से घर पहुंच जाते। काश। आप बिहार के सुपौल ज़िले के रहने वाले हैं। ऐसे वक्त में आप मानवता के सिपाही थे। उम्मीद है बिहार सरकार राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार करेगी।