प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है. दादासाहेब फाल्के पुरस्कार किसी कलाकार के लिए भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर पर इस खबर की पुष्टि की.
जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘दो पीढ़ियों का मनोरंजन और उन्हें प्रेरित करने वाले कलाकार अमिताभ बच्चन को सर्वसम्मति से दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है. पूरा देश एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय प्रसन्न है। उन्हें मेरी ओर से हार्दिक बधाई.
76 वर्षीय अमिताभ बच्चन ने 1970 के दशक में ‘ज़ंजीर’, ‘दीवार’ और ‘शोले’ जैसी फिल्मों के माध्यम से युवा पीढ़ी के गुस्से को अभिव्यक्ति दी और उन्हें ‘एंग्री यंग मैन’ कहा गया.
1970 के दशक से शुरू हुआ अमिताभ का स्टारडम भारतीय सिनेमा में अब तक जारी है.
अपने पांच दशक के करिअर में अमिताभ ने कई यादगार फिल्में दीं और उन्हें अग्निपथ (1990), ब्लैक (2005), पा (2009) और पीकू (2015) के लिए चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
1984 में पद्मश्री, 2001 में पद्मभूषण और 2015 में पद्मविभूषण से भी अमिताभ बच्चन को नवाज़ा जा चुका है. इसके अलावा फ्रांस की सरकार साल 2007 में उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित कर चुकी है.
अमिताभ बच्चन ने साल 1969 में बॉलीवुड में फिल्म सात हिंदुस्तानी से कदम रखा था. उनकी हालिया फिल्म बदला (2019) थी, जिसमें वह अभिनेत्री अमृता सिंह और तापसी पन्नू के साथ नजर आए थे.
बड़े पर्दे पर अपने अभिनय का करिश्मा बिखेरने वाले अमिताभ बच्चन ने छोटे पर्दे यानी टीवी पर भी खासी सफलता हासिल की. छोटे पर्दे पर साल 2000 से शुरू हुआ कौन बनेगा करोड़पति आज भी लोगों के पसंदीदा कार्यक्रमों में से एक है. वर्तमान में वह कौन बनेगा करोड़पति के 11वां संस्करण के प्रस्तोता हैं.