उत्तर प्रदेश के शामली में 4 जुलाई 2024 को फ़िरोज़ कुरैशी नामक मुस्लिम व्यक्ति की मॉबलिंचिंग की घटना के संबंध में रिपोर्ट साझा करने पर कई X (पूर्व में ट्विटर) उपयोगकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
फ़िरोज़ कुरैशी, जो कबाड़ी का काम करते थे, की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। उनके भाई अफ़ज़ल के अनुसार, “फ़िरोज़ 4 जुलाई की शाम को काम पर थे जब उन्हें भीड़ ने निशाना बनाया और मार डाला। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और न ही उन्होंने कोई चोरी की थी। हमें नहीं मालूम कि उन्हें किस गलती के कारण निशाना बनाया गया।”
इस घटना को लेकर परिवार ने पुलिस में विधिवत मामला दर्ज करवाया और न्याय की गुहार लगाई है।
इस घटना की रिपोर्ट साझा करने वाले X उपयोगकर्ताओं, जिनमें ज़ाकिर अली, वसीम अकरम त्यागी, आसिफ राणा, सैफ इलाहाबादी और अहमद रजा खान शामिल हैं, के खिलाफ शामली पुलिस ने FIR दर्ज की है। पुलिस का आरोप है कि इनके ट्वीट से एक विशेष समुदाय के लोगों में रोष व्याप्त हुआ है और इससे आपसी सांप्रदायिक सौहार्द एवं लोक प्रशांति बिगड़ने की संभावना है।
नामजद किए गए व्यक्तियों में ज़ाकिर अली ने 5 जुलाई को अपने ट्वीट में लिखा:
FIR दर्ज होने की जानकारी साझा करते हुए वसीम अकरम त्यागी ने लिखा:
इस FIR के खिलाफ अन्य कई पत्रकारों ने भी X प्लेटफार्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिनमें कुछ ने इसे पत्रकारों को डराने के उद्देश्य से की गई कार्रवाई बताया है:
इसके अलावा हेट क्राइम की ख़बरों को कवर करने के लिए मशहूर पत्रकार मीर फैसल ने मिल्लत टाइम्स को बताया कि उन्हें भी UP पुलिस द्वारा डराया गया तथा रिपोर्टिंग करने से रोका गया। उनसे परमिशन दिखाने को कहा गया तथा उन्हें थाने आने को भी कहा गया। मीर फैसल ने इस घटना से सम्बंधित एक वीडियो भी साझा की।
मीर फैसल द्वारा साझा की गई वीडियो –