मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने का फैसला किया। अलका ने रविवार को एक कार्यकर्ता सम्मान समारोह में कहा कि वे जल्द ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देंगी। उन्होंने अगले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही।
अलका के मुताबिक, उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की राय जानने के बाद पार्टी छोड़ने का फैसला किया। अलका करीब 20 साल कांग्रेस में रहने के बाद दिसंबर 2014 को आप में शामिल हुई थीं। 2015 विधानसभा चुनाव में दिल्ली के चांदनी चौक से विधायक चुनी गईं।
अलका बोलीं- विधायक बनी रहूंगी
उन्होंने आज कहा, ‘‘मैंने सोचा कि मुझे लोगों से बात करनी चाहिए और निर्णय लेना चाहिए। फैसला लिया गया कि मुझे आम आदमी पार्टी से सभी तरह के संबंध तोड़ लेने चाहिए और अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं जल्दी ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना लिखित इस्तीफा दूंगी। मैं विधायक बनी रहूंगी।’’
केजरीवाल ने भी कहा था पार्टी छोड़ दो
पार्टी सूत्रों की मानें तो अलका दिसंबर 2018 से ही पार्टी से नाराज चल रही हैं। तब आप के एक विधायक ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया गया ‘भारत रत्न’ वापस लेने की मांग वाला एक प्रस्ताव विधानसभा में रखा था। अलका ने इसका विरोध करते हुए जब अपनी बात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बताई, तब सीएम ने पार्टी छोड़ने के लिए कह दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान भी अलका और आप नेता सौरभ में बहस हो गई थी।