मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:कथित हिन्दूवादी संगठनों द्वारा जबरन ‘जय श्रीराम’ बुलवाने और विरोध पर मारपीट किये जाने की हाल की घटनाओं पर बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि उन्होंने हिन्दुत्व के बारे में जितना भी पढ़ा है, उसमें कहीं भी जोर जबर्दस्ती की गुंजाइश नहीं है। भगवान राम ने कहीं भी अपने मानने वालों से यह नहीं कहा है कि किसी से जबरन जयकारा लगवायें। वह तो मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। उनके नाम पर अमर्यादित आचरण कैसे किया जा सकता है?
मौलाना वली रहमानी ने हालांकि हनुमान चालीसा पाठ पर कहा कि भगवा चोला पहनकर, अराजकता फैलाना, मुस्लिम समाज पर धौंस मारना, कुछ लोगों की आदत बन गयी है। दूसरी ओर, मुसलमानों का मार खाने के बाद बिलबिला कर रह जाने का मिजाज बन गया है।
खालिद रशीद फरंगी महली ने सड़क पर नमाज पढ़े जाने के मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा ‘नमाज अल्लाह की इबादत है। किसी को तकलीफ देकर इबादत करना ठीक नहीं है।’