आजादतीन तलाक पर बोलते हुए आजाद ने कहा कि तीन तलाक के हम भी खिलाफ हैं लेकिन इसके पीछ धारणा खानदान को खत्म करने की है. भगोड़े अपराधियों का कुछ पता नहीं है, बड़े-बड़े विदेश भाग गए हैं और छोटे-छोटे बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, इससे बढ़िया आर्थिक भगोड़ा बिल कोई और हो ही नहीं सकता. आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में शांति की बात करती है सरकार जबकि इतना खून-खराबा वहां कभी नहीं हुआ. सिविलियन से लेकर जवान लगातार वहां मर रहे हैं जितने कभी नहीं मरे. आजाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव और पंचायत चुनाव के शांतिपूर्ण होने का क्रेडिट ले रहे हैं तो 2 साल से विधानसभा चुनाव नहीं करा पाए उसका क्रेडिट कौन लेगा.
नहीं चाहिए आपका न्यू इंडिया
आजादआजाद ने कहा कि हमे न्यू अमेरिका, न्यू चाइना, न्यू ब्रिटेन न हीं सुना. आधुनिक अमेरिका, चीन, हो सकता है लेकिन न्यू इंडिया नहीं हो सकता तब पुराना इंडिया कहां गया. हमको ओल्ड इंडिया दीजिए, न्यू इंडिया आप अपने पास रखिए वो ओल्ड इंडिया जिसमें प्यार था, मोहब्बत थी. मुस्लिम और दलित के पांव में अगर कांटा चुभता तो चुभन हिन्दू भाई में लगती थी. हिन्दू भाई की आंख में अगर घास का झिलका जाता तो आंसू मुस्लिम की आंख से निकलते थे. तब कोई लिंचिंग नहीं, कोई नफरत नहीं, कोई गुस्सा नहीं, किसी के खिलाफ कोई बुराई नहीं थी. न्यू इंडिया का कल्चर में इंसान, इंसान का दुश्मन बन गया है. आज आदमी आदमी से डरता है जंगली जानवर से नहीं डरता है.
GN Azad, in RS: I request you to keep the New India to yourself & give us our Old India where there was love, culture. Hindus used to feel the pain when Muslims & Dalits used to get hurt. When something used to get into eyes of Hindus, Muslims & Dalits used to shed tears for them pic.twitter.com/516uWh6Cqw
— ANI (@ANI) June 24, 2019
आजाद ने राज्यसभा में कहा कि आपकी सरकार आने के बाद फेडरलिज्म की अर्थी उठना शुरू हो गई थी. अरुणाचल से लेकर गोवा, मणिपुर में यह सब होते देखा गया है जहां चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया है. बंगाल में क्या हो रहा है, विधायक भगाए जा रहे हैं, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सरकार गिराने की कितनी कोशिशें हो रही हैं. सेंटर और स्टेट के रिश्ते में फेडरलिज्म बचा कहा हैं. ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई की तलवारें रखी जा रही हैं और कुछ काम नहीं आया तो पैसे का इस्तेमाल हो रहा है.
सबका विश्वास नजर नहीं आता
आजादआजाद ने कहा कि सरकार ने सबका साथ सबका विकास के साथ सबका विश्वास जोड़ा है जिससे आशा की किरण नजर आ रही है. लेकिन यह तस्वीर काफी धुंधली है क्योंकि दलित, अल्पसंख्यकों के खिलाफ गलत बयान देने वालों को आपने फिर से अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया है. आजाद ने कहा कि जब किसी का विश्वास हासिल करना होता है तो धुंधलापन नहीं होना चाहिए, एक तरफ आप बोलते हैं और दूसरी ओर करते रहो करने के लिए कहते हैं. झारखंड की मॉब लिंचिंग का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि झारखंड तो अड्डा बन गया है वहां तो मरना तय है यह कैसे भी रुक नहीं सकती. सबका विश्वास कहीं नजर नहीं आता, इसका असर होता दिख नहीं रहा है प्रधानमंत्रीजी.
रोजगार दिया नहीं छीन लिया
आजादकांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि सरकार महिलाओं के लिए मगरमच्छ के आंसू न बहाए, अब उनके पास पहले से ज्यादा बहुमत है. सरकार को महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पारित कराना चाहिए, राज्यसभा में भी सरकार बहुमत की ओर बढ़ रही है और यहां उस बिल को पारित कराने के लिए हम बैठे हैं. आजाद ने कहा कि महिलाएं टीवी में एड देने और लड्डू बांटने से सशक्त नहीं होंगी उन्हें कानून बनाने का अधिकार मिलना चाहिए. आजाद ने कहा कि आपने NSSO की रिपोर्ट दबाया ताकि चुनाव में उसका नुकसान न हो. आजादी के बाद सबसे बढ़ी बेरोजगारी आज इस देश में है. सरकार ने छोटे उद्यमियों को काम छीनने का काम किया है, रोजगार दे नहीं पाए लेकिन नोटबंदी और जीएसटी से रोजगार छीनने का काम जरूर किया है.
महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े
आजादगुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा कि सत्ताधारी दल के चेहरे पर ये दाग हमेशा रहेगा, उनके पास अभी भी मौका कि अक्टूबर से पहले ऐसे बयान देने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. आजाद ने कहा कि पिछले पांच साल में बच्चियों से रेप के जितने मामले आए उतने कभी सुने नहीं थे. इन पांच साल में न महिलाएं पढ़ीं, न बचीं. आजाद ने कहा कि सरकार के खिलाफ रिपोर्ट देने पर उन्हें रिपोर्ट्स को पटल पर रखा जाना ही बंद कर दिया गया. महिलाओं के खिलाफ 83 फीसदी क्राइम बढ़ गया है और 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक हर घंटे में 39 अपराध महिलाओं के खिलाफ हो रहे हैं. बेटी पढ़ाओ योजना के प्रचार पर ज्यादा पैसा खर्च हुआ है और यही हाल स्वच्छ भारत मिशन का है.
पीएम को प्रज्ञा को निकालना चाहिए
आजादगुलाम नबी आजाद ने कहा कि भारत के सम्मान, एकता, अस्तित्व के लिए हम सरकार में और विपक्ष में रहेंगे. लेकिन देश की एकता और आजादी के लिए, मान-सम्मान के लिए ये तमाम चीजें जरूरी हैं. जो भी पार्टी इन चीजों को कमजोर करने की कोशिश करेगी वो चुनाव जीत सकती है लेकिन तब देश हार जाता है. हम हमेशा देश की विजयी चाहते हैं. आजाद ने कहा कि जिस साल में महात्मा गांधी की 150वीं सालगिरह मनाई जा रही है उसी साल में सत्ताधारी दल से ऐसे सांसद भी चुनकर आ रहे हैं जो गांधी के हत्यारे की सराहना कर रहे हैं. बीजेपी सांसद गांधी की हत्या करने वाले को देशभक्त बता रहे हैं. आजाद ने कहा कि पीएम मोदी से मेरी शिकायत है कि उन्हें तुरंत ही ऐसे सांसद को पार्टी से निकाल देना चाहिए था. आजाद भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा की ओर से दिए बयान का जिक्र कर रहे थे.
आपका रास्ता नहीं अपनाएंगे
आजादराज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दोबारा चुने जाने के लिए पीएम मोदी और उनके मंत्रिमंडल को बधाई. आजाद ने कहा कि जेटली जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. आजाद ने कहा कि आज देश का चलन है कि लंबी-लंबी फेंकने मिलते हैं और जनता को इसकी मुबारकबाद. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम हजार साल विपक्ष में रहेंगे लेकिन आपका रास्ता नहीं अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि हम टीवी पर सरकार नहीं चला सकते, इसपर सत्ताधारी दलों की ओर से कुछ सांसदों ने आपत्ति भी जताई, हालांकि सभापति की ओर से उन्हें शांत करा दिया गया.