राजस्थान मे लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस की करारी हार के बाद निकले तथ्यो पर कांग्रेस मे मचा घमासान।

अशफाक कायमखानी।जयपुर।
लोकसभा चुनाव मे राजस्थान की सभी पच्चीस सीटो पर कांग्रेस के रहे उम्मीदवारो को 17-18 जून को दिल्ली ऐआईसीसी दफ्तर बूलाकर प्रभारी महामंत्री अविनाश पाण्डेय ने एक एक से व्यक्तिगत तौर पर तफ्सील मे वार्ता करके लिखित मे रिपोर्ट लेने के अलावा पार्टी के अन्य स्तर पर भीतरघात व उदासीनता की मिली सुचनाओं के बाद कांग्रेस मे घमासान मचने की आशंका जताई जा रही है। राजस्थान के दोसो विधानसभा क्षेत्रो मे से 185-विधानसभा क्षेत्रो मे कांग्रेस के पीछड़ने यानि सौ कांग्रेस विधायको मे से 88-विधायको के क्षेत्र मे कांग्रेस उम्मीदवारों के पीछड़ने के निकले आकंडो के बाद कांग्रेस मे सरकार व संगठन स्तर पर अजीब खामोशी छाई हुई है।

राजस्थान के दलित व मुस्लिम समुदाय के बारह कांग्रेस विधायकों, दो दलित निर्दलीय विधायकों व एक मुस्लिम पूर्व विधायक के क्षेत्रो को छोड़कर बाकी सभी 185-क्षेत्रो मे कांग्रेस के पीछड़ने को लेकर कांग्रेस हाईकमान गम्भीर मंथन कर रहे है। राजस्थान के मंत्रीमंडल के मात्र रमेश मीणा व ममता भूपेश के क्षेत्रो को छोड़कर बाकी सभी मंत्रियो सहित मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र मे पीछड़ने को कांग्रेस के अंदर ही अंदर आग लगा रखी है। कांग्रेस के विधायक प्रथ्वीराज मीणा के टोडाभीम, रमेश मीणा के सपोटरा, जाहिदा खान के कामा, जोहरी मीणा के राजगढ़-लक्ष्मनगढ, आमीन खा का शिव, रफीक खान का आदर्श नगर, इंदिरा मीणा का बामनवास, दानिस अबरार का सवाईमाधोपुर, मुरारी मीणा का दौसा, रुपाराम का जैसलमेर, गणेश घोघरा का डूंगरपुर, व ममता भुपेश का सिकराय से कांग्रेस आगे रही है। उक्त बाराह विधायकों के क्षेत्रो के अलावा दो निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के महुवा व रामकेश मीणा के गंगापुर क्षेत्र मे कांग्रेस आगे रही है। व एक मात्र पूर्व विधायक जाकीर हुसैन के मकराना क्षेत्र मे कांग्रेस आगे रहने के बाद अंदर ही अंदर आवाज उठने लगी है कि दो मंत्रियों के अलावा जिन दस विधायकों व समर्थन दे रहे एक निर्दलीय विधायक को मंत्रिमंडल मे जगह देकर उन्हें नवाजा जाये ओर जिन मंत्रियों के क्षेत्र मे कांग्रेस पीछे रही है उनको मंत्रीमंडल से हटाया जाये। एवं एक मात्र पूर्व विधायक जाकीर हुसैन के क्षेत्र मकराना मे कांग्रेस के आगे रहने पर उन्हें मंत्री दर्जा देकर नवाजा जाये।

राजस्थान के सभी पच्चीस लोकसभा उम्मीदवारों से हार के कारणो पर 17-18 जून को ऐआईसीसी दफ्तर मे प्रभारी महामंत्री अविनाश पाण्डेय की लम्बी बातचीत मे उम्मीदवारों ने खूलकर अपनी बात रखने के बाद कांग्रेस के 185 विधानसभा क्षेत्र जहां पर कांग्रेस पीछे रही है। उन क्षेत्रो के विधायक व पूर्व विधायकों मे से अधीकांश नेताओ को शक के घेरे मे लाखड़ा कर दिया है। अगर उक्त वार्ता के तथ्य किसी भी स्तर पर लीक होते है अनेक दिग्गज कांग्रेस नेता, विधायक व मंत्रियों पर खासा राजनीतिक असर पड़ सकता है।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity