शौकत नोमान: इन मासूम बच्चो के काम को देखिए। अच्छे से देखिए. इसके बारे में मैं आपको जो बताऊंगा उसे जान कर आप दंग रह जाएंगे, उसके काम देख कर आप का दिल बाग़ बाग़ हो जायेगा।
“”ये है बाडमेर राजस्थान जहाँ पर कुछ बच्चे मिट्टी का घर बना कर खेल रहे है तभी वहां के DM गुजरते है और उन बच्चों को खेलते देख अपनी गाडी रूकवा लेते है और देखते है बच्चों ने जो घर बनाये हैं उनके लिए पक्की सड़क भी बनाई है जिस से वो बहुत ही प्रभावित होते है और बच्चों को *500* *रूपये* उपहार स्वरूप तथा पूरे बाडमेर में पक्की सड़क बनबाने का वचन देते है””
एेसी सोच के लिए मै इन्हे धन्यवाद् देता हूँ
यह तो हुई कहानी,
लेकिन इस मासूम बच्चो की यह नेक पहल हमारे सामने बहुत सारे सवाल खड़ी करती है। ये भी कह सकते हैं कि यह बच्चा हमारे समाज को आईना दिखाने का काम रहा हैं !
क्या हम लोग भी ऐसा कुछ नहीं कर सकते?
जिससे हमारे *राज* *नेता*, *डिस्ट्रिक्ट* *मजिस्ट्रेट* , *सरकारी* *अधिकारी* प्रेरित हो कर हमारी जरूरतो को पूरा करने पर मजबूर हो जाये.
बस जरुरत है कोई अच्छा काम का एक छोटा सा नीव रखना,
जब तक हम जागरूक नहीं होंगे तब तक कोई भी हमारे लिए अच्छा नहीं सोच सकता, वो कभी हमारा रहनुमा नहीं बन सकता , जब तक हम अपने अँधेरी काल कोठरी में नींद से सोते रहेंगे तब तक हमारी मदद को कोई नहीं आएगा।
उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल हासिल न हो जाए’
जो इंसान खुद की मदद नहीं करता तब तक, ख़ुदा भी उसकी मदद नहीं करता।