सीतामढ़ी।रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के अथरी जगदीशा टोला में मंगलवार की रात प्रेमिका के परिजन ने उसके सामने ही प्रेमी की गोली मार कर हत्या कर दी। प्रेम प्रसंग को लेकर नाराज लड़की के परिजन ने साजिश के तहत फोन करके उसे घर बुलाया और हत्या कर दी। अपने परिजन के इस कृत्य से सदमे में आई लड़की ने तत्काल ही मोबाइल फोन से इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी, वहीं पुलिस के आने तक शव के पास डटी रही। पुलिस के समक्ष इस हत्याकांड की आंखों देखी सुनाकर अपने मां-बाप व बाबा समेत अन्य कई रिश्तेदारों को सीधे तौर कठघरे में ला दिया।
हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही लड़की की मां को छोड़ अन्य सभी आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने मौके से लड़की की मां विद्या चौधरी व चाचा राजेंद्र चौधरी को हिरासत में ले लिया। मृतक दिवाकर कुमार अथरी गांव के ही उमाशंकर सिंह का पुत्र था। लड़की भी इसी गांव की है। उसकी मानें तो उसके परिजनों ने साजिश के तहत मंगलवार की रात करीब ग्यारह बजे दिवाकर को फोन कर बुलाया और हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजन को सौंप दिया। वारदात को लेकर मृतक के पिता उमाशंकर ङ्क्षसह के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।
प्राथमिकी में एक अज्ञात समेत लड़की की मां विद्या देवी, बाबा सत्यदेव चौधरी उर्फ लालबाबू चौधरी व चाचा राजेंद्र चौधरी को नामजद किया गया है। बताया गया है कि दिवाकर का गांव की ही एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के बीच के रिश्ते को परिजनों की सहमति नहीं मिली थी। इसके बाद दोनों ने घर छोडऩे का फैसला ले लिया। दो दिसंबर 2018 को दोनों दूसरे प्रांत में भाग खड़े हुए। घटना को लेकर तीन दिसंबर 2018 को लड़की के पिता धर्मेंद्र कुमार चौधरी के आवेदन पर अपहरण की प्राथमिकी थाने में दर्ज की गई। करीब पांच माह बाद पुलिस द्वारा बरामद की गई लड़की ने अपने अपहरण के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया गया था। न्यायालय में उसने दिवाकर के साथ शादी कर जीवन व्यतीत करने की इच्छा जताई थी।
मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर दिवाकर हाल ही में रिहा हुआ था। जेल से रिहाई के बाद दोनों के बीच एक बार फिर से परवान चढ़ते रिश्ते को लेकर लड़की पक्ष के लोग आक्रोशित थे। थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि मामले की तहकीकात जारी है।(सोर्स जागरण)