अशफाक कायमखानी।जयपुर।
राजस्थान के शेखावाटी जनपद मे मुस्लिम गलर्स ऐजुकेशन का पैमाना काफी ऊंचा जाने लगने के साथ साथ बेटीया बोर्ड परीक्षा मे अच्छे परिणाम देने लगी है। सेंकड़ो बेटियों ने नब्बे प्रतिशत से अधिक व हजारों बेटियों ने पिच्यासी प्रतिशत से अधिक अंक पाकर उस भ्रम को तोड़ डाला है कि बेटीया बेटो से कम ना होकर शिक्षा मे चार कदम आगे ही रहकर परिवारजनों व वतन का सकारात्मक दिशा मे नाम रोशन कर सकता है , अगर उनको अवसर प्रदान किया जाये।
आज राजस्थान दसवीं बोर्ड के आये परीक्षा परिणाम पर सरसरी तोर पर नजर डाले तो उनमे से चंद उदाहरण के तोर पर पाते है कि पींसागन अजमेर की शाहीन अफरोज के 98.50 प्रतिशत, सीकर शहर की असमा निर्वाण को 97.33 प्रतिशत, कुचामन सिटी की तसलीम बानो 96.33 प्रतिशत व शहर के पास के किरडोली गावं की सना खान के 95.83 प्रतिशत, बिसाऊ के इशरत खान के 95.33 प्रतिशत, सदीनसर सीकर की अबू निशा खान के 93.50 प्रतिशत, झुन्झुनू जिले की सानिया खान के 92.67 प्रतिशत, डीडवाना के छोटी बेरी गावं की सुफियान बानू के 91.33 प्रतिशत , शाहीना बाने केकड़ी 90.17 प्रतिशत अंक आये है।
कुल मिलाकर यह है कि मुस्लिम समुदाय को अपनी बेटियो को भी अच्छी से अच्छी शेक्षणिक संस्थानो मे प्रवेश दिलाकर आला दर्जे की शिक्षा पाने के अवसर उपलब्ध कराने पर गम्भीरता पूर्वक विचार करना समय की आवश्यकता बन गया है।