प्रेस रिलीज़,नई दिल्ली
अल्पसंख्यक और मुसलमानों के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान सराहनीय है कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे अल्पसंख्यकों का विश्वास जीतेंगे किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करेंगे लेकिन यह अजीबोगरीब मामला है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी इस प्रकार की अच्छी बातें करते हैं इसका संज्ञान उल्टा होता है और उनके लोग अल्पसंख्यकों खासतौर पर मुसलमानों पर हमला कर देते हैं इस विचार का इजहार ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी डॉ मोहम्मद मंजूर आलम ने एक प्रेस नोट में किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर अपना विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से हम देख रहे हैं कि जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमानों और अल्पसंख्यक को संदर्भ में कोई सकारात्मक बात करते हैं गौ रक्षकों और चरमपंथियों के खिलाफ बयान देते हैं तो उनके ही लोग दूसरी तरफ मुसलमानों और अल्पसंख्यकों पर हमला कर देते हैं इस बार भी वैसा ही हुआ है पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल में जो भाषण करके अल्पसंख्यकों का विश्वास जीतने की बात कर रहे थे दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में 3 मुसलमानों को भी मार रही थी बंगाल में अब तक हिंसा जारी है बरकपूर लोकसभा सीट जहां बीजेपी एमपी की जीत हुई वहां मुसलमान नकल मकानी कर रहे हैं उनकी दुकानें जलाई जा रही है मुसलमानों में डर और खौफ का मामला है डॉक्टर मंजूर आलम ने कहा कि यह अजीबोगरीब मामला है और यही व बुनियादी वजह है जिसकी वजह से देश की अल्पसंख्यक चाहते हुए भी भरोसा नहीं कर पा रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने शब्द में सच्चे हैं वास्तव मे वह अल्पसंख्यकों के हमदर्द हैं तो वह ऐसे मामला पर पहली फुर्सत में पाबंदी लगाएं जो लोग इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त एक्शन ले
इस मौके पर डॉ मोहम्मद मंजूर आलम ने सूरत में लगी आग के मामले पर भी अफसोस जताया और कहा कि गुजरात में 23 मासूमों की मौत दर्दनाक है पिड़ीतों के गम में हम बराबर के शरीक हैं और उनके साथ हैं सरकार से मिली काउंसिल की अपील है कि वह सभी पीड़ितों को मुनासिब मुआवजा दें और ऐसे मामले आने पर रोक लगाएं तथा राज्य स्तर पर इसकी इंक्वायरी भी कराई जाए ऐसा मामला कैसे पेस आ गया कौन इसके लिए जिम्मेदार है