अशफाक कायमखानी।जयपुर।
राजस्थान की सभी पच्चीस सीटो पर कांग्रेस की हार के बाद उपजे हालात मे उलझे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिये दिल्ली मे कांग्रेस नेता अहमद पटेल के संकटमोचन बन कर उभरने के बाद आज दिल्ली मे राहुल गांधी से मिलकर सभी शंकाओं को दूर करके अपने मन माफिक फैसले करवाकर शाम को गहलोत जयपुर लोट आये है।
राजनीतिक सूत्रोनुसार कांग्रेस नेता सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी के विश्वास पात्र एवं अहमद पटेल के काफी करीबी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले तीन दिनो मे अहमद पटेल सहित कुछ दिग्गज कांग्रेस नेताओं को राजस्थान मे उपजे राजनीतिक हालतो से पूरी तरह अवगत कराने के बाद आज राहुल गांधी से करीब चालीस मिनट मिलकर सभी तरह के हालातो से बाखबर करके बताते है कि कुछ फैसलो पर सहमति भी करवाली है। जिसमे सचिन पायलट का अध्यक्ष पद से जल्द ही त्यागपत्र होना प्रमुख बताया जा रहा है। साथ ही बसपा के सभी छ विधायको के 2008 की तरह अब फिर से कांग्रेस पार्टी जोईन करवाना भी बताते है।
हालांकि सचिन पायलेट ने कल पीसीसी मे प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बूला रखी है। जिसमे चुनाव परिणाम पर मंथन व मिलकर आगे संघर्ष करने के अलावा राहुल गांधी मे पूर्ण विश्वास जताया जा सकने का प्रस्ताव पास किया जा सकता है। उसके बाद एक दो दिन मे सचिन पायलट अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे सकते है।
प्रदेश अध्यक्ष के हटने की पूख्ता खबरो के बाजार मे आने के बाद अनेक नेता अध्यक्ष बनने की दोड़ मे शामिल हो चुके है। जिनमे ब्राह्मण व जाट नेताओं की एक लम्बी फेहरिस्त होती जा रही है। पर अध्यक्ष पद के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस नाम पर सहमति देगे उसी नाम पर मोहर लगना तय है।