मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हिंसा को लेकर चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाया। आयोग ने एक दिन पहले यानी कल रात 10 बजे से बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी। आयोग ने कहा कि हिंसा की घटनाओं से हमें काफी दुख है। हमने पहली बार इस तरह से धारा 324 का इस्तेमाल किया है। लेकिन, भविष्य में भी ऐसी घटनाएं हुईं तो हम फिर कदम उठाएंगे। आयोग ने सीआईडी के एडीजी, प्रधान सचिव और गृह सचिव को भी हटा दिया है।
शाह के रोड शो में हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। शाह नेकहा कि हम शांति से रोड शो निकाल रहे थे, लेकिन तीन हमले हुए। अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा बचकर आना नामुमकिन था। दीदी से अपील करता हूं कि अगर कुछ छिपाना नहीं है, तो किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराएं।
शाह बंगाल में बाहर से गुंडे लेकर आए-तृणमूल
उधर, तृणमूल ने भाजपा पर हिंसा फैलाने काउल्टा आरोप लगाया।तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा- शाह बंगाल में बाहर से गुंडे लेकर आए थे। भाजपा वालों ने ही पथराव किया और ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ा।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम पैदल मार्च निकाला। इससे पहलेममता ने कहा कि क्या अमित शाह भगवान हैं, जो उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं किया जा सकता।
सबूत लेकर चुनाव आयोग जाएंगे- तृणमूल
ब्रायन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “छात्रों ने शाह को पोस्टर और कालेझंडे दिखाए थे। यह लोकतांत्रिक विरोध था। भाजपा वालों ने ही पत्थर फेंके। ये कोलकाता विश्वविद्यालय के छात्र थे, यहां से ईश्वरचंद्र विद्यासागर और श्यामा चरण मुखर्जी जैसी हस्तियों का नाम जुड़ा है।”ब्रायन ने एक वीडियो दिखाया और कहा कि हम इसे प्रमाणित करते हैं। इसमें साफ दिखाई दे रहा है कि भाजपा के लोगों ने ही पत्थर फेंके। हम यह वीडियो लेकर चुनाव आयोग के पास जाएंगे।
हम कभी मूर्ति खंडित नहीं करते, उसका सम्मान करते हैं- योगी
योगी आदित्यनाथ ने उप्र में एक सभा में कहा- तृणमूल की सरकार जिन्हें आश्रय दे रही है, वही लोग मूर्ति पूजा को नहीं मानते। ईश्वर चंद्र विद्यासागर को हम भी मानते हैं, उनका सम्मान पूरा भारत करता है। हम मूर्ति की स्थापना करते हैं, कभी मूर्ति खंडित नहीं करते हैं। जिन गुंडों को आपने पाला हुआ है, वे जगह-जगह जाकर मूर्ति खंडित करते हैं। अपनी कमियों को छिपाने के लिए आपने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति खंडित करने का काम किया है।
ममता ने ट्विटर-फेसबुक पर विद्यासागर की डीपी लगाई
ममता बनर्जी और तृणमूल पार्टी के कुछ नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की डीपी बदल ली है। इन सभी ने ट्विटर और फेसबुक पर डीपी के रूप में ईश्वरचंदविद्यासागर की फोटो लगाई है। वहीं, शाह के रोड शो में हिंसा के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओंने दिल्ली में मौन प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, विजय गोयल और जितेंद्र सिंह मौजूद रहे।
मंगलवार रात शाह के रोड शो के दौरान हंगामा हुआ था। अमित शाह जिस वाहन पर सवार थे, उस पर डंडे फेंके गए। रोड शो पर कुछ लोगों ने पत्थर फेंके और आगजनी भी की गई। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया। इसके बाद शाह ने रोड शो खत्म कर दिया था।
‘यूनिवर्सिटी के अंदर से ही पथराव हुआ’
शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव में बंगाल के अलावा कहीं और हिंसा नहीं हुई। ममता बनर्जी का आरोप है कि हिंसा भाजपा कर रही है। भाजपा पूरे देश में चुनाव लड़ रही है जबकि आप सिर्फ बंगाल की 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। किसी और राज्य में हिंसा नहीं होती, सिर्फ बंगाल की 6 सीटों पर होती है। कल कोलकाता में पुलिस और चुनाव आयोगमूकदर्शक बना रहा। प्रधानमंत्री, मेरे और नेताओं के पोस्टर फाड़े गए। आगजनी, पथराव और बोतल में केरोसीन डालकर सुलगाने की कोशिश हुई। यूनिवर्सिटी के अंदर से पत्थरबाजी अंदर से हो रही थी।
तृणमूल कार्यकर्ताओं ने विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी: शाह
शाह ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अंदर जाकर ईश्वरचंद विद्यासागर जी की मूर्ति को किसने तोड़ा। अदंर से तो टीएमसी के कार्यकर्ता पत्थरबाजी कर रहे थे। वे ही डंडे लेकर बाहर आ रहे थे। भाजपा कार्यकर्ता तो बाहर थे। बीच में पुलिस थी। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वोट बैंक की राजनीति के लिए शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा तोड़ी। मुझे लगता है ममता सरकारकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। मुझ पर बंगाल में एफआईआर दर्ज की गई। मैं बताना चाहता हूं कि आपसे डरता नहीं हूं।
ममता ने भाजपा पर मूर्ति तोड़ने का आरोप लगाया
ममता नेकहा, ‘‘वे (भाजपा) असंस्कारी हैं, इसलिए उन्होंने विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी। वे बाहरी हैं। क्या शाह कलकत्ता विश्वविद्यालय की विरासत के बारे में जानते हैं? क्या वेजानते हैं कि कौन सी महान हस्तियों ने यहां पढ़ाई की? इस तरह के हमले के लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए।’’
भाजपा की चुनाव आयोग से अपील- ममता को प्रचार से रोकें
भाजपा ने चुनाव आयोग से अपील की है कि ममता को पश्चिम बंगाल में प्रचार से रोकना चाहिए। भाजपा का आरोप है कि राज्य में संवैधानिक तंत्र खत्म हो गया है। शाह के रोड शो में हिंसा होने के बाद मंगलवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी की अगुआई में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। भाजपा ने आयोग से बंगाल के मामले में तुरंत दखल देने की अपील की थी, ताकि वहां निष्पक्ष चुनाव कराए जा सकें।
‘मोदी हिटलर से भी खतरनाक’
ममता ने एक रैली में कहा कि मोदी से सावधान रहें। वे हिटलर से भी ज्यादा खतरनाक हैं। अगर वे दोबारा सत्ता में आ गए तो देश को बेच देंगे। भाजपा बंगाल के वोटरों को लुभाने के लिए यहां हवाला के जरिए पैसा ला रही है। उन्होंने राज्य की मशीनरी को हाईजैक कर लिया है। कोलकाता में ही वोटरों को करोड़ों रुपए बांटे गए। हर वोटर को वे 5 हजार रुपए दे रहे हैं। ये चुनाव है या मजाक है।
ममता का आरोप- भाजपा ने हिंसा की योजना बनाई
ममता ने हिंसा का आरोप भाजपा पर लगाया।उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने पहले से ही हिंसा की योजना बनाई थी। उन्होंनेबाहर से गुंडे बुलवाकर कोलकाता यूनिवर्सिटी कैम्पस में हमलाकिया।’’ पुलिस के मुताबिक, ”कलकत्ता यूनिवर्सिटी के सामने तृणमूल छात्र परिषद और लेफ्ट विंग के कार्यकर्ताओं ने शाह के खिलाफ नारे लगाए और काले झंडे दिखाए। साथ ही उनके काफिले पर पत्थरबाजी की गई। इसके बाद भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हॉस्टल के गेट बंद कर दिए और पत्थरबाजी की। इस दौरान कुछ लोगों ने विद्यासागर कॉलेज में लगी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति को भी तोड़ दिया।”