मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली/भोपाल:चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लातूर में दिए भाषण को क्लीन चिट दी है। आयोग ने कहा कि यह भाषण चुनाव प्रचार के दौरान सशस्त्र सेनाओं के नाम के इस्तेमाल पर दिए गए हमारे निर्देशों का उल्लंघन नहीं करता है। पिछले महीने मोदी ने लातूर में पहली बार वोट करने वालों से अपील की थी कि अपना मत बालाकोट एयर स्ट्राइक और पुलवामा के शहीदों को समर्पित कर दें। उधर, भोपाल में भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाबरी मस्जिद पर दिए गए बयान को आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया। आयोग ने साध्वी प्रज्ञा के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे तक रोक लगा दी है।
9 अप्रैल को महाराष्ट्र के लातूर में दिया था मोदी ने भाषण
महाराष्ट्र के लातूर में 9 अप्रैल को चुनावी रैली में कहा था- मैं पहली बार वोट करने वालों से कहना चाहता हूं कि क्या आपका पहला वोट वीर जवानों के नाम समर्पित हो सकता है, जिन्होंने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया। क्या आपका पहला वोट उन वीर शहीदों को समर्पित किया जा सकता है, जो पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए थे।
मोदी के इस बयान के बारे में लातूर के चुनाव अधिकारियों ने आयोग को बताया था। स्थानीय अधिकारियों ने इस बयान को निर्देशों को उल्लंघन माना था। हालांकि, चुनाव आयोग ने कहा कि इस मामले की विस्तार से जांच की गई। 11 पन्नों के भाषण की पूरी ट्रांस्क्रिप्ट की जांच के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि सशस्त्र सेनाओं के नाम के इस्तेमाल के संबंध में दिए गए हमारे निर्देशों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
प्रज्ञा ने कहा था- बाबरी मस्जिद तोड़ने पर गर्व है
साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल पर कहा था, “अयोध्या में बाबरी मस्जिद तोड़ने पर मुझे गर्व है। मैं खुद बाबरी मस्जिद गिराने गई थी। मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी, हमने देश का कलंक मिटाया है।”इस बयान पर जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम पी खाड़े ने संज्ञान लेते हुए प्रज्ञा से जवाब तलब किया था।
बयान पर साध्वी ने दी थी सफाई
आयोग ने जब इस पर साध्वी प्रज्ञा से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा था कि चैनल को उन्होंने तब बयान दिया था, जब वे भाजपा प्रत्याशी नहीं थीं। उन्होंने कहा कि मैंने अंतर्मन की बात कही थी। मीडिया मॉनीटरिंग सेल इस बयान पर संज्ञान नहीं ले सकता।