वोटो के विभाजन से बचने और NDA को हराने के के लिए डॉक्टर शकील अहमद को दिया अपना समर्थन
एम कैसर सिद्दीकी/मिल्लत टाइम्स,मधुबनी: ज्ञात हो कि कांग्रेस के सीनियर लीडर डॉ शकील साहब ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था उसके बाद ही आरजेडी के सीनियर लीडर अशरफ अली फातमी का टिकट कट जाने के कारण उन्होंने भी दरभंगा को छोड़कर मधुबनी में आकर बीएसपी पार्टी की तरफ से अपना नामांकन किया था दोनों को एक साथ आने की वजह से मधुबनी की वोटरों में कंफ्यूजन आ गया कि हम किसे वोट करें और किसे नहीं करें
उसी को लेकर मिल्लत टाइम्स ने मतदाताओं से राय लिया तो उन्होंने कहा कि दोनों में से किसी कोई एक बैठ जाते हैं तो हम एक को वोट करेंगे वरना दोनों अगर खड़े रहेंगे तो हम कैसे तय करेंगे किसे वोट दे और किसे नहीं दे अगर दोनों लड़ेंगे तो हम महागठबंधन को वोट देंगे, इसी को लेकर अली अशरफ फातमी से मिल्लत टाइम्स ने इंटरव्यू लिया था और उसके बाद अली अशरफ फातमी ने अपनी कुर्बानी देते हुए उन्होंने अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया