मिल्लत टाइम्स,पटना:लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. बिहार की सीतामढ़ी सीट से जदयू के उम्मीदवार डॉ वरुण कुमार ने टिकट लौटा दिया है. लोग सांसद का टिकट लेने के लिए मरते रहते है और इस भाई साहब ने लौटा दिया बाकी आप समझ ही गये होंगे. जदयू की हालत यह है कि बीजेपी के उम्मीदवार को जदयू में शामिल करा कर अब मैदान में उतारने का प्लान हुआ है.
जेडीयू ने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सुनील कुमार पिंटू को अपना उम्मीदवार बनाया है. जानकारी के मुताबिक पिंटू आज ही जेडीयू ज्वाइन करेंगे, जिसके बाद उन्हें पार्टी अपना सिंबल देगी. वरूण के टिकट लौटाने को लेकर कई तरह की अफवाहें सामने आ रही हैं. लेकिन मुख्य कारण पार्टी के अन्दर हो रहे विरोध को माना जा रहा है.
अब जदयू ने सुनील कुमार पिंटू पर विश्वास जताया है जो कि बिहार में वैश्य समुदाय का एक चेहरा हैं और पूर्व सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. पिंटू का परिवार काफी दिनों से राजनीति में है और वो खुद दो बार सीतामढ़ी से विधायक रह चुके हैं.
सदस्यता ग्रहण करने के बाद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि एनडीए मजबूत है और इस बार एनडीए की भारी बहुमत से जीत होगी. सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जदयू में आकर अच्छा लग रहा है. मैं खुश हूं कि नीतीश कुमार ने हमपर विश्वास जताया है. हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे एेसा सीतामढ़ी की जनता का विश्वास है.
कार्यक्रम में मंत्री ललन सिंह ने कहा कि वरुण कुमार ने खुद अपना सिंबल छोड़ा है. पिंटू ने मंत्री रहते हुए भी अच्छा काम किया है. हम सभी उनका स्वागत करते है.
डॉक्टर वरुण ने नीतीश कुमार से मिलकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है और इसके लिए उन्होंने वजह ये बताई है कि उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था. इस वजह से वे काफी परेशान थे. इसीलिए उन्होंने ये फैसला लिया है और नामांकन से पहले ही टिकट लौटा रहे हैं.