मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि हमारी न्याय योजना वह सबकुछ वापस लाएगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “डिमोनिटाइज’ किया है। उन्होंने कहा कि यह योजना भाजपा को तितर-बितर कर देगी। लोकसभा चुनाव से पहले एक साक्षात्कार में राहुल ने कहा- न्याय योजना के दो लक्ष्य हैं। पहला भारत के 20% गरीबों को पैसा देना और दूसरा मोदी ने जो डिमोनिटाइज किया है, उसे रिमोनिटाइज करना। राहुल ने न्यूनतम गारंटी योजना का ऐलान किया था। इसके तहत उन्होंने गरीब परिवारों को हर महीने 12 हजार रु. न्यूनतम आय देने का वादा किया था। उन्होंने इस योजना को न्याय नाम दिया है।
मोदी ने गरीबों से बस छीना है- राहुल
राहुल ने कहा- पिछले 5 साल में नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी जैसी अपनी असफल योजनाओं के जरिए अर्थव्यवस्था से सारी मुद्रा को बाहर कर दिया। बेहद खराब तरीके से लागू किए गए गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) ने अनियमित क्षेत्रों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
“हमने इस योजना को न्याय नाम क्यों दिया? पिछले पांच साल में मोदीजी ने गरीबों से बस छीना है, उन्हें वापस कुछ नहीं दिया है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “उन्होंने किसानों से छीना, उन्होंने मध्यम और छोटे व्यापारियों से छीना, उन्होंने युवाओं से छीना, उन्होंने माताओं-बहनों की बचत को खत्म कर दिया। हम भारत के शोषितों को वह वापस लौटाना चाहते हैं, जो मोदीजी ने उनसे छीन लिया है।”
“न्याय योजना गेम चेंजर है। यह गरीबी पर आखिरी वार है और यह आर्थिक तौर पर संभव है। हम इसे उस तरह जल्दबाजी में लागू नहीं करेंगे, जिस तरह से भाजपा ने नोटबंदी और जीएसटी को लागू किया। पहले हम न्याय को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू करेंगे और फिर इसे बिना किसी व्यवधान के सभी जगह लागू किया जाएगा।”
उन्होंने कहा- जैसा कि कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं कि चुनावों को देखते हुए यह लोकप्रिय घोषणा की गई है। ऐसा नहीं है। अगर मोदीजी द्वारा 15 लोगों को 3.5 करोड़ रु. दिए जाने को लोकलुभावन नहीं माना गया तो इसे क्यों माना जाए, जिसका लक्ष्य गरीबों का फायदा है।
“अब फैसला विशेषज्ञों को करना है। 10 साल की कांग्रेस-यूपीए सरकार ने 14 करोड़ लोगों को गरीबी के जाल से निकाला गया। अब हमारा लक्ष्य गरीबी को पूरी तरह खत्म करना है।”