असदुद्दीन ओवैसी ने कहा राहुल गांधी सीख रहे राजनीति,प्रियंका को नहीं जानता

मजलिस-ए-इत्तेहदुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार शाम आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप से खास बातचीत की. उन्होंने मौजूदा लोकसभा चुनाव से लेकर पुलवामा हमले और बीजेपी की राजनीति पर अपनी राय रखी. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सुरक्षा के मुद्दे पर वे हमेशा सरकार के साथ खड़े रहे हैं लेकिन पुलवामा हमले के बाद बीजेपी नेताओं ने राजनीतिक रोटियां सेंकनी शुरू कर दी हैं जिसमें वे नाकाम रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि राहुल गांधी अभी राजनीति सीख रहे हैं. प्रियंका गांधी के बारे में कहा कि वह उन्हें नहीं जानते क्योंकि वो राजनीति में नई आई हैं.

इस खास बातचीत की शुरुआत में आजतक ने ओवैसी ने पूछा कि बीजेपी के पास राष्ट्रवाद है, भारत माता की जय है लेकिन आपके पास क्या है? इसके जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘हमारे पास बाबा भीम राव आंबेडकर का दिया हुआ संविधान है, जो इन तमाम बीजेपी के मुद्दों से बड़ा है. संविधान जिसके पास होगा, सबसे बड़ी ताकत उसके पास होगी. इसीलिए जब मैं संविधान की बात करता हूं तो संघ परिवार, बीजेपी के पास इसका कोई जवाब नहीं होता.’

असदुद्दीन ओवैसी से अगला सवाल पूछा गया कि चुनाव के वक्त उनको संविधान की याद नहीं आती और बीफ बिरयानी की बात होने लगती है. ऐसा क्यों? इसके जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘जब 2014 के चुनाव हो रहे थे उस वक्त नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में कह रहे थे कि पाकिस्तान के लोग भारत आए थे जिन्हें हमने बिरयानी खिलाई. मैंने उन्हीं का जुमला याद दिलाने के लिए ऐसा बयान दिया था.’

असदुद्दीन ओवैसी ने पुलवामा हमले पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी अभी खेल रही है, बार-बार अपनी कमजोरियों को छुपाने के लिए मुद्दे उठाए जाते हैं. पुलवामा का जो हमला हुआ उसकी जिम्मेदारी किस पर जाती है. हम मानते हैं कि पाकिस्तान ने उन लोगों (आतंकी) की मदद की लेकिन आप (पीएम मोदी) क्यों खामोश बैठे थे. इतनी बड़ी तादाद में वहां आरडीएक्स कैसे गया. इसके पीछे कौन जिम्मेदार है. आपने किस मंत्री को, किसी अधिकारी को क्यों नहीं हटाया. देश में सरकार आपकी है, जम्मू कश्मीर में गवर्नर आपका है, तो इसकी राजनीतिक जिम्मेदारी भी तो आप पर आती है लेकिन कोई एक्शन लेने को तैयार नहीं.’

असदुद्दीन ओवैसी पर अक्सर बीजेपी का एजेंडा चलाने का आरोप लगता है. इसपर उन्होंने कहा कि हम किसी का एजेंडा नहीं चला रहे बल्कि बीजेपी को एक्सपोज कर रहे हैं. बीजेपी पुलवामा की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार इसलिए नहीं हो रही क्योंकि उन्हें मालूम है कि वे एक्सपोज हो जाएंगे.

पुलवामा हमले के सबूत मांगने और इसमें कितने आतंकी मारे गए, इसके जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक जरूर हुई. हमें ऐतराज इस बात का है कि क्या राजनाथ सिंह सच बोल रहे हैं या भारत सरकार के विदेश सचिव ने जो रखा वो सच है. मेरा मानना है कि जो स्टैंड विदेश सचिव ने दिया वो सच है. जो भारतीय वायु सेना के प्रमुख ने कहा वो सच है. बाकी राजनाथ सिंह, अमित शाह, अहलूवालिया, कृषि मंत्री सब अपनी सियासी रोटी सेंकने की कोशिश कर रहे हैं. कोई कहता है 250, कोई कहता है 300, कोई कहता है 150, अहलूवालिया कहते हैं कि मारना मकसद नहीं था. इसलिए पुलवामा को लेकर इन्हें बताना चाहिए कि इनकी गलती से आरडीएक्स वहां तक पहुंचा.’

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश का मिजाज ऐसा बन गया है कि अगर नरेंद्र मोदी के खिलाफ कुछ बोलते हैं तो देशद्रोही करार दिए जाते हैं. पाकिस्तान जाने की बात कह देते हैं. ये मिजाज हमें बर्दाश्त नहीं क्योंकि हम खिलाफ में बोलते रहे हैं. मुसलमानों के खिलाफ सोच पिछले पांच साल में बढ़ी है. इस सोच को बदलना पड़ेगा. मुसलमानों पर बार बार शक करना ठीक नहीं है.

मुल्क में फिलहाल सबसे अहम मुद्दा क्या है, इस सवाल के जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नौजवानों के लिए रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है. देश की जो संस्थाएं हैं. उसकी मजबूती भी काफी जरूरी है. नरेंद्र मोदी को उन्होंने जुमला पोलिटिक्स से जोड़ा तो राहुल गांधी के बारे में कहा कि अभी वे राजनेता बन रहे हैं. प्रियंका गांधी के बारे में ओवैसी ने कहा कि वे उन्हें नहीं जानते क्योंकि अभी अभी राजनीति में आई हैं. नितिन गडकरी के बारे में ओवैसी ने कहा कि वे नागपुर में अपनी पार्टी के अंदरूनी कलह से चुनाव हार सकते हैं.(आजतक इनपुट शुक्रिया के साथ)

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity