मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जोड़ी खूब कमाल दिखा रही है।उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बाद अब एक और राज्य की बड़ी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया है।गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के लोकसभा चुनाव जीतने के आसार लगातार बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं।
असम से भी अब कांग्रेस के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है।बताया जा रहा है कि राज्य में 14 लोकसभा सीटों में से अब ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट पार्टी ने 3 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है।इसके साथ एआईयूडीएफ इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को आसान बनाने के लिए उसे वाक ओवर दे दिया है।
एआईयूडीएफ के मुताबिक बीजेपी को हराने और सत्ता विरोधी मतों के बंटवारे को रोकने के लिए पार्टी ने यह फैसला लिया है।इससे पहले एआईयूडीएफ नी दुबड़ी बरपेटा और करीमगंज से अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए थे।बता दें कि दुबड़ी से एआईयूडीएफ के मुखिया बदरुद्दीन अजमल और करीमगंज से राधेश्याम विश्वास लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।जबकि बरपेटा से हाफिज रफीकुल इस्लाम को टिकट दिया गया है।
इसके साथ-साथ एआईयूडीएफ ने अपने मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि इन 3 सीटों के अलावा राज्य में और किसी भी सीट पर पार्टी अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। बीजेपी और कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार करते हुए पार्टी के महासचिव अमीनुल इस्लाम ने कहा है कि उनकी पार्टी यूपीए का हिस्सा भी है और हमेशा इसी का हिस्सा रहेगी।
लेकिन इस वक्त कांग्रेस से समझौते को लेकर उनकी पार्टी की किसी से बातचीत नहीं हो रही है।वहीं बीजेपी के साथ गठबंधन की अफवाहों को गलत बताया है।मीडिया से बातचीत करते हुए पार्टी महासचिव ने बीजेपी को सां’प्रदा’यिक पार्टी करार दिया है।इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि ना तो वह बीजेपी के साथ गठबंधन कर रहे हैं और ना ही उन्होंने कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन किया है।यह पार्टी का फैसला है कि वह सिर्फ तीन ही लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस के लिए यह एक सुविधा की तरह देखा जाना चाहिए।