मिल्लत टाइम्स,इटावा’समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने पुलवामा हमले को साजिश करार दिया। उन्हाेंने कहा- पैरा मिलिट्री फोर्सेस इस सरकार (भाजपा सरकार) में दुखी हैं। वोट की खातिर जवान मार दिए गए। जब सरकार बदलेगी तब इस प्रकरण की जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।
रामगोपालने कहा,जम्मू-कश्मीर के बीच चेकिंग नहीं थी। जवानों को साधारण बस में भेज दिया गया। यह साजिश है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यदि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के द्वारा लाए गए हवाई जहाजों का इस्तेमाल सीमा पर हुआ होता तो आज पाकिस्तान सामना नहीं कर पाता।
माफी मांगें राम गोपाल यादव: योगी
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, रामगोपाल का बयान घटिया राजनीति का भद्दा उदाहरण है। उन्हें सीआरपीएफ जवानों की शहादत परप्रश्न खड़ाकरने और देश के जवानों का मनोबल तोड़ने वाले इस बयान के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
हिंदुत्व का सर्टिफिकेट देने वाली पार्टी बनी भाजपा
अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंनेकहा,”कब कौन चाय वाला बन गया और वही चाय वाला चौकीदार बन गया। भाजपा सर्टिफिकेट देने वाली पार्टी बन गई है। हिंदू और राष्ट्रवादी होने का सर्टिफिकेट भाजपा देती है।”
टीवी देखना बंद कर दें- अखिलेश
अखिलेश यादवने कहा,”अगर आपको भटकने से बचना है तो आप लोग टीवी देखना बन्द कर दो। न्यूज चैनल देखना बन्द कर दो।”उन्होंनेकहा कि हमारा गठबंधन बसपा से हो चुका है और देश में गठबंधन की स्थिति बहुत मजबूत है। आमचुनाव में जीत दर्ज कर गठबंधनसरकार बनाएगा।
14 फरवरी को हुआ था पुलवामा अटैक
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। काफिले में एक आतंकी आरडीएक्स के साथ कार में सवार होकर घुस आया था और बस में टक्कर कर विस्फोट किया था। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली थी। हमले के ठीक 13वें दिन भारतीय वायुसेना ने पाकस्तान के बालाकोट मेंएयर स्ट्राक की थी और जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था।
शिवपाल बोले-हम गठबंधन में शामिल होना चाहते थे
वहीं, शिवपाल यादव ने कहा है कि आज होली के अवसर पर नेताजी की कोठी पर आकर उनका अशीर्वाद लिया है। आगामी लोकसभा चुनाव में प्रगतिशील समाजवादीपार्टीअच्छी सीटेंजीत रही है। हमने बहुत प्रयास किया था, लेकिन गठबंधन में हमें शामिल नहीं किया गया। कांग्रेस से गठबंधन करने का प्रयास किया था, लेकिन कांग्रेस ने भी हमसे गठबंधन नहीं किया। हमारी पार्टी पीस पार्टी समेत 50 छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुकी है। उन्ही के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगें।