मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:गत दो सप्ताह से यू. जी. सी. की नई गाइड लाइन को लेकर पूरे देश की विश्वविधालय प्रध्यापकों मे एक रोश था जिसको लेकर तरह तरह की प्रत्याशाएँ लगाई जा रही थीं की देश भर के महिला अध्धयन केन्द्र को प्लान पोजीशन से प्रोजेक्ट मोड मे डालने की योजना है। इस ख़बर ने जामिया मिलिया इस्लामिया के महिला अध्धयन केन्द्र को भी काफी चिंतित करके रख था जोकि बीस वर्ष से यू. जी. सी. के प्लान मोड पर चल रहा था। ज्ञात हो कि इस विषय पर जल्द ही जामिया टीचर्स असोसिएशन ने तुरंत संज्ञान लेकर विश्वविधालय प्रशासन के सामने टीचर्स के मुद्दे रखे और तुरंत यू.जी.सी. चेयरमैन से महिला अध्धयन केन्द्र के डेलीगेशन के साथ प्रो. अमीर आज़म, अध्धयक्ष, प्रो. माजिद जमील, सचिव, डा. इरफ़ान कुरैशी, संयक्त सचिव से इस मुद्दे पर बात की जिसपर यू. जी. सी. चेयरमैन ने डेलीगेशन को नई गाइड लाईन को ड्राफ्ट गाइडलाइन होने की बात कही साथ ही सुझाव के लिए आमंत्रित किया और साथ ही यह टीचर्स असोसिएशन को सरोजनी नायडू सेंटर के दो दशक की उपलब्धता को देखते हुए सेंटर के प्लान मोड से डिपार्टमेंट के रूप मे स्थापित करने का आश्वासन दिया और जल्द ही नोटिफिकेशन भेचने का आश्वासन दिया। ज्ञात हो कि सेंटर के स्थायित्व का मुद्दा गत दो वर्ष से यू. जी. सी. की आधिकारिक प्रकिया से चल रहा था। जिसपर आज यू. जी. सी. चेयरमैन ने औपचारिकता पूरी कर दी।
यू. जी. सी. ने न केवल सरोजनी नायडू की स्थायित्व का आश्वासन दिया बल्कि दूसरे तीन महत्वपूर्ण सेंटर सेंटर फार सोशल एक्सक्लूज़न, कोचिंग स्कीम फार एस. सी. एस. टी. एण्ड माइनारिटी, व स्कीम फार परसन विध डिसएबिलिटी की स्थायित्व प्रदान करने का मुद्दे को भी कमीशन ने संज्ञान मे लेकर एक्शन लेने का आश्वासन दिया। इस पूरे प्रकरण मे जामिया प्रशासन की भूमिका ख़ासतौर से प्रध्यापकों के हित को ध्यान मे रखने का आश्वासन सराहनीय रहा। सरोजिनी नायडू सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज के समस्त स्टाफ ने यू.जी.सी. और जामिआ शिक्षक संघ के लिए भावपूर्ण धन्यवाद दिया.
जामिया टीचर्स असोसिएशन