देश संकट में है और भविष्य के लिए बेहतर फैसला लें देशवासी:शीला दीक्षित

वतन समाचार फोरम की ओर से आयोजित संगोष्ठी से शीला दीक्षित तारिक़ अनवर हारुन यूसुफ़ आचार्या प्रमोद और तारिक़ सिद्दीकी हन्ज़ला उस्मानी और बिलाल अहमद समेत कई लोगों का खिताब

मिल्लत टाइम्स,नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री कब किस वक्त और कौन सा चोला ओढ़ लें यह किसी को पता नहीं होता है. उन्होंने कहा कि आज शहीदों की विधवाएं कह रही हैं कि उन की आँखों की ठंडक के लिए तो एयर स्ट्राइक के प्रमाण सरकार दे, क्योंकि उन्होंने 40 शहीदों के शव अपनी आँखों से देखे थे. वतन समाचार फोरम की ओर से कांस्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तारिक अनवर ने कहा कि आज देश संकट के दौर से गुजर रहा है, इन परिस्थितियों में देशवासियों के देश के भविष्य के लिए बेहतर फैसला लेना होगा. उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां बहुसंख्यक को अल्पसंख्यकों से डराया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हमारे लिए जरूरी है कि हम अपने कांस्टीट्यूशनल वैल्यूज को पहचानें और गांधी आजाद नेहरू पटेल व् भगत सिंह की विचारधारा का प्रचार प्रसार हो. तारिक अनवर ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गुमराह करने का काम किया है वह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि देशवासी अब समझ चुके हैं और वह अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं साथ ही उन्होंने आशा व्यक्ति की कि 2019 में देश में सेक्युलर शक्तियां मजबूती के साथ देश को संभालेंगी.

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने फोरम से संबोधित करते हुए कहा कि हम यह ना सोचें कि कौन हिंदू है कौन मुसलमान है कौन सिख है कौन ईसाई है. हमें लोगों के साथ इंसानियत की बुनियाद पर मामला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस वक्त कांग्रेस पार्टी पर सबसे ज्यादा बोझ है. उन्होंने कहा कि उन्हें देशवासियों से देश के भविष्य के लिए बेहतर फैसला लेने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान दुनिया का एक ऐसा देश है जहां सभी धर्म और समाज के लोग रहते हैं और अच्छी बात यह है कि यहां लोग आपस में मिल जुल कर रहते हैं. उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि हमारे यहां शादी भी अलग-अलग धर्मों में हुई है जिस के कई उदाहरण मौजूद है और वह शादियां अच्छी चली भी हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे देश की खूबी है कि अगर कोई गलत सरकार आ जाती है तो देशवासियों के पास इस बात का अधिकार है कि वह सरकार को उखाड़ फेंके.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्किंग प्रेसिडेंट और पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार हारुन यूसुफ़ ने कहा कि आज लोगों को गुमराह किया जा रहा है और उन्हें नारों के जरिए दहशत में डाला जा रहा है. हारुन यूसुफ़ ने कहा कि मुसलमानों और दलितों को निशाने पर लिया जा रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर वार करते हुए कहा कि मोदी झूठ को बेच रहे हैं और उनकी हकीकत दुनिया के सामने आ चुकी है. उन्होंने कहा कि शहीदों की लाशों पर राजनीति हो रही है जो कि निंदनीय है. उन्होंने कहा कि जो काम हमारी सेना और हमारी फाॅर्स ने किया उस का लाभ एक पार्टी और एक व्यक्ति लेने की कोशिश कर रहा है, जिसे देशवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे.

अमुयू पूर्व छात्र संघ लखनऊ के अध्यक्ष तारिक़ सिद्दीकी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें डेमोक्रेसी और रिपब्लिक के फ़र्क़ को जानने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी में फैसला सरकार का होता है लेकिन रिपब्लिक में फैसले जनता के होते हैं, इसलिए हमें खुशी है कि हमारा देश एक रिपब्लिक है. वरिष्ठ अधिवक्ता महमूद प्राचा ने कहा कि सबको बराबर का हक हासिल है इसीलिए हम जब कोई सरकार 5 साल के लिए चुनते हैं और वह बेलगाम हो जाती है तो उसको लगाम पहनाने के लिए हमारे पास संविधान और कोर्ट है. आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि जो इस दुनिया में आया है उसे जाना.है. उन्हों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यह न समझें कि उन्होंने कोई चीज रजिस्ट्री करा ली है. यह लीज है और लीज खत्म भी होगी, लेकिन मोदी शायद खुद को अमर समझ रहे हैं, जबकि अटल जी भी चले गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के कामो का क्रेडिट लेकर देशवासियों को गुमराह कर रहे हैं और सेना के क़द को छोटा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हन्ज़ला उस्मानी ने कहा कि हमें इस बात को समझना होगा कि गांधी जी ने पंडित नेहरू ने इस बात को बहुत स्पष्ट तरीके से कहा था कि हमने ऐसी आजादी की कल्पना बिल्कुल नहीं की थी जिसमें जाकिर हुसैन जैसे लोग महफूज़ ना हो. उन्होंने कहा कि आज हमें उनके विचारों को जगह जगह ले जाने की जरूरत है. ज्ञात रहे कि प्रोग्राम के कन्वीनर बिलाल अहमद ने लोगों से मिलजुल कर और भाईचारे को बनाने की अपील करते हुए कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस तरह के प्रोग्राम का आयोजन करें जिससे समाज में एकता बनी रहे. प्रोग्राम का संचालन फोरम के मैनेजिंग वर्कर मोहम्मद अहमद ने किया.

SHARE
is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity