मिल्लत टाइम्स,पटना:LJP सांसद ने इस अलायंस पर हमला किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में इस गठबंधन को लेकर उन्हें कंफ्यूजन है क्योंकि सपा-बसपा ने कांग्रेस को बाहर रखा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों में वैचारिक एकता ही नहीं है. गरीब सवर्णों को 10% आरक्षण के मामले में ये बात साबित हो चुकी है.
एनडीए के सहयोगी और लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी का गठबंधन एक मजबूत गठबंधन है और ये एनडीए के लिए एक बड़ी चुनौती है. आजतक से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए को उत्तर प्रदेश में ताकतवर रणनीति के साथ मैदान में उतरने की जरूरत है.
चिराग पासवान ने कहा कि यूपी में महागठबंधन 2 ऐसे भ्रष्ट नेताओं का है जिनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले चल रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया, “बसपा-सपा का यह गठबंधन आय से ज़्यादा सम्पत्ति के मालिकों के बीच हुआ एक समझौता है।उत्तर प्रदेश में पिछले 29 साल से लगभग इन दोनों दलों की ही सरकार रही है जिसमें यूपी के लोगों को रोज़गार की तलाश में व बढ़ते अपराध के कारण सबसे ज़्यादा पलायन करना पड़ा है.”
चिराग ने कहा कि सपा-बसपा की रणनीति को देखते हुए एनडीए को भी अपने कुनबे को मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि एनडीए को उत्तर प्रदेश में ताकतवर रणनीति के साथ विरोधियों को टक्कर देने की जरूरत है.
बसपा-सपा का यह गठबंधन आय से ज़्यादा सम्पत्ति के मालिकों के बीच हुआ एक समझौता है।उत्तर प्रदेश में पिछले 29 साल से लगभग इन दोनो दलों की ही सरकार रही है जिसमें यूपी के लोगों को रोज़गार की तलाश में व बढ़ते अपराध के कारण सबसे ज़्यादा पलायन करना पड़ा है।#SPBSPalliance
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) January 12, 2019
चिराग पासवान ने इस अलायंस पर हमला किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में इस गठबंधन को लेकर उन्हें कंफ्यूजन है क्योंकि सपा-बसपा ने कांग्रेस को बाहर रखा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों में वैचारिक एकता ही नहीं है. गरीब सवर्णों को 10% आरक्षण के मामले में ये बात साबित हो चुकी है.
चिराग ने कहा कि महागठबंधन में बिहार में कांग्रेस आरजेडी के साथ है, मगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस मायावती और अखिलेश यादव के साथ नहीं है, यह बात समझ में नहीं आती. एलजेपी सांसद ने कहा कि तेजस्वी यादव का मायावती और अखिलेश यादव से मिलना कांग्रेस के ऊपर प्रेशर बनाने की रणनीति है ताकि बिहार में इन दोनों दलों को कम से कम सीटें दी जाएं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबंधन होने के बाद तेजस्वी यादव यूपी दौरे पर हैं. लखनऊ में उन्होंने मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात की.
बिहार में एनडीए के प्रदर्शन को लेकर चिराग पासवान पूरी तरह से आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन पूरी तरह से फेल साबित होगा. चिराग ने कहा कि एनडीए बिहार में कम से कम 35 सीटें जीतेगी, उन्होंने कहा कि ये गठबंधन 40 की 40 सीटें भी जीत सकती है. बता दें कि बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है. यहां पर बीजेपी 17 सीटों पर, जेडीयू 17 सीटों पर और एलजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी