मिल्लत टाइम्स, पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बंगला विवाद में यह नया टर्न है। तेजस्वी अभी सुशील मोदी के नाम अलॉट बंगले पर काबिज हैं तो सुशील मोदी मंगलवार तक तेजस्वी के नाम अलॉट बंगले में थे। मुख्य न्यायाधीश एपी शाही की खंडपीठ के सोमवार को तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग स्थित बंगला खाली करने का आदेश दिया तो इसके तुरंत बाद आज उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 1 पोलो रोड का तेजस्वी के नाम अलॉट बंगला खाली कर दिया।
विदित हाे कि बिहार की महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव को 5, देशरत्न मार्ग का बंगला अलॉट किया गया था। महागठबंधन की सरकार गिरने के बाद तेजस्वी बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने। तब उनके नाम से 1, पोलो रोड (पटना) का बंगला अलॉट किया गया। लेकिन तेजस्वी पुराने बंगले पर काबिज रहे, जो अब उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के नाम से अलॉट हो चुका है। उधर, 2005 में सुशील मोदी जब पहली बार राज्य के उपमुख्यमंत्री बने थे, तब से 1, पोलो रोड वाले बंगले पर काबिज थे, जो अब तेजस्वी के नाम से अलॉट हो चुका था।
तेजस्वी यादव के बंगला खाली नहीं करने से सुशील मोदी अपने बंगले में नहीं जा पा रहे थे। कोर्ट में तेजस्वी की ओर से दलील दी गई थी कि उनके लिए आवंटित बंगले में सुशील मोदी रह रहे हैं, इसलिए वे उसमें कैसे जाएं?
इसपर राज्य सरकार ने मोदी के लिए अस्थायी तौर पर 25-ए, हार्डिंग रोड का बंगला आवंटित कर दिया। हाई कोर्ट का फैसला आने के अगले ही दिन मोदी ने तेजस्वी के नाम आवंटित बंगला खाली कर दिया।
अब सवाल यह है कि तेजस्वी क्या करेंगे? अभी तक के घटनाक्रम को देखें तो वे बंगला खाली करने के मूड में नहीं दिख रहे। हाईकोर्ट में इसी बंगला में रहने की कानूनी जंग हारने के बाद उन्होंने डबल बेंच में अपील की थी। हाईकोर्ट के डबल बेंच ने भी उन्हें बंगला खाली करने का आदेश दिया है। राजद ने अब सुप्रीम कोर्ट जाने का संकेत दिया है। अगर ऐसा होता है तो फिलहाल विवाद का निबटारा होता नहीं दिख रहा है।(इनपुट न्यूज २५)