आसाम मे जमीयत आहले हदीस के अधिवेशन मे उठा मुसलमानो के शिक्षा का मुद्दा।बीजेपी की सरकार मुसलमानो के खिलाफ जा रही है।

चाईजुर रहमान/मिल्लत टाइम्स,गुवाहाटी:जमीयत आहले हदीस, आसाम के षष्ठ बार्षिक अधिवेशन आज बारपेटा के जामिया चालाफिया ईसलामिया आरबिक कलेज मे अनुस्ठित हुआ। इस मौके पर आहले हदीस के कई सारे विशिष्ट अतिथि ने सिरकत की। अधिवेशन के दौरान आसाम के मुसलमानो के समस्या के उपर आलोचना हुई। खास कर आसाम के मादारचा के शिक्षा को बढ़ोतरी देने की बात उठी।

मादारचा मे शिक्षक नियुक्ति को लेकर सरकार से मांग की। हजार से ज्यादा लोग एकत्रित हुए इस अधिवेशन मे जमीयत आहले हदीस,दिल्ली के चरप्रस्त चालाह उद्दिन मकबूल आहमेद; शेख जामाल उद्दिन चालाफि, सभापति, जमीयत आहले हदीस, आसाम; आल्लामा शेख हेदायातुल ईसलाम, कोलकाता; शेख नुरुल ईसलाम, कोलकाता समेत आहले हदीस के कई सारे जाने माने व्यक्ति मौजूद थे।

कार्यक्रम के जरिए नाट, गजल, दुरुद परिवेशण हुए। इधर मिडिया से बात करते हुए आहले हदीस, दिल्ली के चरप्रस्त चालाह उद्दिन मकबूल आहमेद ने तालाक के उपर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि नबी के नियम तथा ईसलाम के शरीयत के अनुसार तालाक का मसला चालु रहेगा। यहा पर हुकूमत का दखलअंदाजी नही चलेगा। वही जमीयत आहले हदीस, आसाम के सम्पादक डॉक्टर नवाब आली ने कहा कि बीजेपी के हुकूमत मुसलमानो के खिलाफ जा रहे है। शिक्षित मुसलमान नौजवान नौकरी से बचिंत है। शिक्षा मे भी सुविधा नही मिल रहे।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity