मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:Kerala Sabrimala Violence केरल के सीएम ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के कैडर राज्य में हिंसा फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता कहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है, लेकिन वे खुद हिंसा करते हैं. सीएम ने कहा कि बीजेपी राज्य में केंद्र के दखल की धमकी देती है.
सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर केरल की राजनीति में घमासान जारी है. राज्य में जारी हिंसा के बीच हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सबरीमाला मंदिर के गर्भगृह में 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश के बाद राज्य में कई जगहों पर हिंसा भड़क गई थी. पुलिस के मुताबिक सबरीमाला श्रद्धालुओं और सत्ताधारी सीपीएम के समर्थकों के बीच कई जगह टकराव की खबरें हैं. मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि राज्य में बीजेपी और आरएसएस हिंसा भड़का रही है. राज्य के पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक हिंसा के मामले में 1772 केस दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में कुल 5397 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में से 4666 को अदालत से बेल मिल चुकी है, जबकि 731 लोगों को रिमांड में लिया गया है.
पुलिस ने बताया कि माकपा विधायक ए एन शमसीर के मडापीडिकाइल स्थित घर, राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा नेता वी मुरलीधरन के वडियिल पीडिकिया स्थित घर और माकपा के कन्नूर जिले के पूर्व सचिव पी शशि के थलास्सेरी स्थित घरों सहित कई जगहों पर बम फेंके. हालांकि, इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ.
केरल के सीएम ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के कैडर राज्य में हिंसा फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता कहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है, लेकिन वे खुद हिंसा करते हैं. सीएम ने कहा कि बीजेपी राज्य में केंद्र के दखल की धमकी देती है. सीएम ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के द्वार संगठित हिंसा को छोड़ दें तो राज्य में स्थिति कमोबेश नियंत्रण में हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में हड़ताल के दौरान बीजेपी ने कोझिकोड़ शहर में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश की. सीएम ने कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया है जो कि लैंगिक समानता पर आधारित है और इसे लागू करना उनका संवैधानिक दायित्व है.
बीजेपी का आरोप
वहीं बीजेपी ने हिंसा के लिए राज्य की एलडीएफ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि केरल में सबरीमला मंदिर के आस-पास हिंसा राज्य की एलडीएफ सरकार ने भड़कायी. उसने कहा कि मामले से संवेदनशील तरीके से निपटने की जगह राज्य सरकार ने स्थिति और बिगाड़ दी, नतीजतन कई श्रद्धालु घायल हो गये और कई लोगों की मौत हुई. भगवा पार्टी ने यह भी कहा कि सबरीमला मुद्दा हिंदुओं के बारे में है, ना कि सत्तारूढ़ पार्टी के बारे में.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि कन्नूर हिंसा का ‘‘केंद्र’’ बन गया है और यह राज्य सरकार की इसमें मिलीभगत का खुलासा करती है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कन्नूर से आते हैं.
भाजपा-आरएसएस और सत्तारूढ़ माकपा कार्यकर्ताओं की हिंसा ने राजनीतिक रूप से अस्थिर रहे उत्तर केरल के कन्नूर जिले को शनिवार हिलाकर रख दिया, जिसमें विरोधी नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है. राव ने आरोप लगाया, ‘‘यह सबकुछ माकपा के गुंडों ने राज्य सरकार की पूरी शह और समर्थन से किया है. आरएसएस-भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा भड़काने का माकपा का इतिहास रहा है, लेकिन आज वो श्रद्धालुओं तक को नहीं बख्श रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार डीवाईएफआई, एसडीपीआई के कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल कर रही है. यह सब राज्य प्रायोजित हिंसा है. दो दिन पहले एक श्रद्धालु मारा गया और हमारे एक सांसद के पुश्तैनी घर पर बम फेंका गया.’’(एजेंसी इनपुट)