केरल:कोर्ट के आदेश के बावजूद फिर सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है

मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:कोर्ट के आदेश के बाद फिर एक बार सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है जहां एक तरफ भारत में भाजपा महिला पुरुष को समान अधिकार की बात करते हैं वहीं जब हिन्दू महिलाओं की जब बात आती है तो हिंदू महिलाओं के खिलाफ खड़ी नजर आती है इसी का उदाहरण है कि सबरीमाला मंदिर में कोर्ट के आदेश के बावजूद लोग सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं करने दे रहे है


केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। एकबार फिर सबरीमाला मंदिर में महिलाएं प्रवेश पर अड़ गई हैं। सबरीमाला मंदिर की यात्रा के लिए महिलाओं का एक जत्था पंपा बेस कैंप पर इकट्ठा हुआ। बेस कैंप से पास जमा महिलाओं ने कहा, ‘हमें रास्ता दीजिए, हम मंदिर जाएंगे और जल्दी ही वापस लौट आएंगे।


पंबा इलाके में आज सुबह उस वक्त तनाव उत्पन्न हो गया जब 50 साल से कम उम्र की 11 महिलाओं के एक समूह ने भगवान अयप्पा मंदिर पहुंचने की कोशिश की। महिलाओं के समूह ने मंदिर परिसर से लगभग पांच किलोमीटर दूर पारंपरिक वन पथ के माध्यम से अयप्पा मंदिर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन श्रद्धालुओं के विरोध की वजह से वे आगे नहीं बढ़ सकीं। पिछले दिनों केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद आज भारी तादाद में महिला श्रद्धालु मंदिर में जामा हैं और मंदिर में जाने की कोशिश कर रही है।

वहीं मौके पर भारी तादाद में पुलिसबल भी है। इसी के मद्देजर एहतियात के तौर पर सबरीमाला मंदिर के आसपास धारा-144 को 27 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान हंगामा की आशंका के मद्देनजर मंदिर परिसर और आसपास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की आयु की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत नहीं थी।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity