तस्वीर का इस्तेमाल सांकेत के लिए किया गया है
मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली: मानवता को शर्मसार करने वाली या खबर इंसान का दिल दहला देगी परसों कुछ अज्ञात गुंडों ने पेट्रोल छिड़ककर जला दिया था जिंदा एक नन्हे से फरिश्ते को ना किसी से कोई दुश्मनी ना कोई झगड़ा फिर भी उसको गवानी पड़ी है अपनी जान
आगरा में दो दिन पहले अज्ञात लोगों द्वारा आग के हवाले की गई 15 वर्षीय एक लड़की ने यहां सफदरजंग अस्पताल में बृहस्पतिवार को दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार 10वीं में पढ़ने वाली छात्रा को मंगलवार को दो अज्ञात लोगों ने रोका और उसके ऊपर कथित तौर पर पेट्रोल छिड़ककर लाइटर से आग लगा दी।
सफदरजंग अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि चेहरे समेत उसके शरीर का 55 फीसदी हिस्सा जल गया था और धुएं के चलते उसकी श्वास नली भी जल गई थी जिससे उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उन्होंने बताया कि बीती देर रात उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन वह बच नहीं पाई और रात डेढ़ बजे के करीब उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि शुरुआत में लड़की को आगरा के एस एन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में उसे नयी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मलपुरा क्षेत्र के गांव लालऊ में मंगलवार दोपहर बाइक सवार दो युवकों ने कक्षा दस की छात्रा को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था । दुस्साहसी हमलावरों ने छात्रा के घर के पास ही पहले उस पर पेट्रोल डाला फिर लाइटर से आग लगा दी थी। छात्रा स्कूल से घर लौट रही थी। हेलमेट लगाए बाइक सवार युवक वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार हो गए।
छात्रा को 80 फीसदी झुलसी हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया था जहां से नई दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। घटना उस वक्त हुई जब मात्र 15 किमी दूर डीजीपी ओपी सिंह आगरा मंडल की कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।
स्कूल से घर लौट रही थी छात्रा
गांव लालऊ निवासी जूता कारीगर हरेंद्र सिंह जाटव की बेटी संजलि (15 वर्ष) घर से डेढ़ किमी दूर गांव नौमील स्थित अशर्फी देवी इंटर कॉलेज में कक्षा दस की छात्रा है। दोपहर 1:40 बजे स्कूल की छुट्टी हुई। वह साइकिल से लौट रही थी। करीब सवा दो बजे लालऊ पुलिया के पास बाइक सवार दो युवकों ने उसे रोका। बोतल खोली और सिर पर पेट्रोल डाल दिया। लाइटर से आग लगाकर वे भाग गए। घटना के वक्त शहर में सितारा होटल अमर विलास में डीजीपी ओपी सिंह जोन की समीक्षा बैठक ले रहे थे। सूचना से पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। एडीजी अजय आनंद, डीआईजी लव कुमार और एसएसपी अमित पाठक इमरजेंसी आ गए।
मर्मांतक चीख सुनकर दहले लोग
संजलि साइकिल सहित सड़क किनारे खाई में गिर पड़ी। लपटों से घिरी किशोरी जैसे-तैसे सड़क पर पहुंची। उसकी मर्मांतक चीख सुनकर राहगीरों के होश उड़ गए। इस दौरान उसने जमीन पर लेटकर आग बुझाने की कोशिश की। वहां से गुजर रहे युवक अजय ने उसके घर खबर दी। मां अनीता मौके पर पहुंच गई। बाद में सूचना पर पिता हरेंद्र भी एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी पहुंच गए। घटना से क्षेत्र में दहशत है।
कंडक्टर ने फायर एक्सटिंग्यूशर से आग बुझाई
दिल दहलाने वाली वारदात जिस वक्त हुई उसी दौरान मौके से एक बस गुजर रही थी। किशोरी को फड़फड़ाते देखकर चालक ने बस को रोका तो कंडक्टर ने बस में मौजूद फायर एक्सटिंग्यूशर को निकालकर आग बुझाई। सूचना पर पहुंची यूपी-100 से संजलि को एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। छात्रा करीब 80 प्रतिशत जल गई है। उसे दिल्ली रेफर किया गया है। आग से छात्रा का बैग जलकर राख हो गया।
न किसी से रंजिश न कोई शक
झुलसी अवस्था में एसएन मेडिकल कालेज में छात्रा ने पुलिस को इशारों से बताया कि कुछ दिन पहले दो युवकों ने पीछा किया था। उसकी साइकिल को धक्का दिया था। पिता हरेंद्र ने कहा कि उनकी किसी से रंजिश नहीं। न ही किसी पर शक है। उनका कहना था कि संजलि ने भी उनसे पूर्व में किसी की कोई शिकायत नहीं की थी।