नई दिल्ली: 20 अक्टूबर 2021 को उत्तर प्रदेश के आगरा के जगदीशपुरा थाने से पुलिस जब अरुण वाल्मीकि नाम के युवक को अस्पताल ले गई, तो उसे वहां मृत घोषित कर दिया गया।
अरुण पर आगरा के एक स्टोरेज रूम से 25 लाख रुपये चोरी करने का आरोप था। पुलिस उसे जगदीशपुरा थाने ले गई, जहां वह सफाई कर्मचारी का काम भी करता था। पुलिस का कहना है कि जब वे पैसे लेने उसके घर गए, तो अरुण बीमार पड़ गया और उसे अस्पताल ले जाया गया। पीड़ित के परिवार ने अरुण की कथित हिरासत में मौत की जांच के लिए दबाव डाला है, और आरोप लगाया है कि उसे पुलिस ने हिरासत में बुरी तरह पीटा था, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मृत्यु हो गई।
इस घटना के खिलाफ मानवाधिकार संगठन नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO) ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत 21 अक्टूबर, 2021 को एनसीएचआरओ के यूपी चैप्टर के सचिव, अधिवक्ता सरफराज मलिक द्वारा दर्ज कराई गई। हमने एनएचआरसी से मामले को देखने और इसकी निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए आग्रह किया है।