मुजफ्फर आलम/मिल्लत टाइम्स
नई दिल्ली: अमर सिंह के निधन के बाद खाली हुई उत्तर पदेश से राज्यसभा सीट के लिए बीजेपी ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद ज़फ़र इस्लाम को उम्मीदवार बनाया है। जफर इस्लाम मीडिया के लिए जाना पहचाना चेहरा हैं. टीवी चैनलों पर डिबेट में वह हर रोज बीजेपी का बचाव करते हैं. राजनीति में आने से पहले जफर इस्लाम एक विदेशी बैंक के लिए काम करते थे। अगर ज़फ़र इस्लाम चुने गए तो वो बीजेपी के इतिहास में वह सातवें मुस्लिम सांसद होंगे।
माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जफर इस्लाम के अच्छे ताल्लुकात हैं. शायद यही वजह है कि मृदुभाषी और बेहद शालीन व्यक्तित्व के धनी जफर इस्लाम को बीजेपी हाईकमान ने मध्य प्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाने की जिम्मेदारी दी थी। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने में इस्लाम की प्रमुख भूमिका थी. सिंधिया को बीजेपी तक लाने और फिर गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने वाले जफर इस्लाम हैं।
ज़फ़र इस्लाम से पहले बीजेपी के इतिहास में छह ही मुस्लिम सांसद हुए हैं- मुख्तार अब्बास नक़वी, शहनवाज़ हुसैन, सिकंदर बख्त (राज्यसभा) और आरिफ बेग, एमजे अकबर और नज़मा हेपतुल्ला. सैय्यद ज़फ़र इस्लाम सातवें मुस्लिम सांसद होंगे। मौजूदा हालात में मुख्तार अब्बास नक़वी के बाद बीजेपी के दूसरे मुस्लिम सांसद होंगे सैयद ज़फ़र इस्लाम. बीजेपी के टिकट पर तीन ही मुस्लिम सांसद लोकसभा चुनाव जीते हैं- मुख्तार अब्बास नकवी, शहनवाज़ हुसैन और आरिफ़ बेग।
डॉ. सैयद ज़फ़र इस्लाम झारखंड के रहने वाले हैं और मुंबई में सक्रिय रहे हैं. वो बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. वो बीजेपी के मुखर, उदारवादी और कॉर्पोरेट घरानों से रिश्ता रखने वाला मुस्लिम चेहरा हैं। पार्टी संगठन में पिछले 7 साल से काम कर रहे हैं. उससे पहले वे 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी की रणनीतिक टीम में थे। वैसे ज़फ़र इस्लाम प्रोफेशनल इंवेस्टमेंट बैंकर रहे हैं. उनकी आर्थिक मामलों पर पकड़ मानी जाती है, राजनीति में आने से पहले वे डॉइच बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर भी थे. फिलहाल वो एयर इंडिया के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक भी हैं।