गिरफ्तार छात्रों,कार्यकर्ताओं,बुद्धिजीवियों के समर्थन में एस.डी.पी.आई ने राज्य स्तर पर विरोध जताया और कहा अवैध गिरफ्तारियों पर बढ़ रहा है सार्वजनिक आक्रोश

प्रेस विज्ञप्ति 07 जून 2020
आज भारत एक पूर्ण पुलिस राज्य में बदल रहा है और ऐसे समय में जब दुनिया के देश भी युद्ध को रोक रहे थे, पुलिस राज्य और अत्याचारी सरकार ने लोगों के खिलाफ कोरोना महामारी से लड़ने के लिए युद्ध शुरू कर दिया। झूठे आरोप लगाकर और गंभीर प्रावधान लगाकर छात्र छात्राओं, कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों को कैद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है जो अभी भी जारी है।यह बात एसडीपीआई बिहार के दरभंगा जिला सचिव मोहम्मद इरशाद ने कही। उन्होंने आगे कहा कि अब दुनिया भर में दबे-कुचले वर्ग आगे आरहे हैं और अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ रहे हैं, खासकर अमेरिका में। उदाहरण के लिए, हमारे देश की फासीवादी सरकार और फासीवादी शक्तियों को भी इससे सबक सीखना चाहिए। उन्होंने खुले तौर पर कहा कि अगर सरकार जल्द ही देश में सरकारी आतंकवाद और नस्लीय पूर्वाग्रह और हिंसा को नहीं रोकती है, तो यहाँ के लोग विरोध करने के लिए मजबूर होंगे। यह अत्याचारियों के अंत में समाप्त होगा।

एसडीपीआई दरभंगा जिला कार्यकारिणी सदस्य मोअज्जम मोखतार ने कहा कि गिरफ्तार छात्रों, कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों के समर्थन में, पार्टी ने आज बिहार के लगभग सभी जिलों में विभिन्न स्थानों पर तख्तियों का मंचन किया और सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। सभी गिरफ्तार राजनीतिक कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए और उन सभी को जिन्हें यूएपीए के अधीन किया गया है, उन्हें दिल्ली के दंगों में घृणित बयान देने के साथ-साथ यूएपीए से तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और दिल्ली दंगों में उनकी भूमिका के लिए एक तत्काल जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए। 20 से अधिक जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पार्टी सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity