हुजाई,4 मई 2020 (प्रेस रिलीज़): पूरी दुनिया में कोविद -19 महामारी और निरंतर लॉकडाउन से प्रभावित हर जगह समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं के साथ एक अभूतपूर्व चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसका उद्देश्य उपन्यास कोरोनोवायरस के प्रसार पर अंकुश लगाना है। भारत भी कठिन समय और आर्थिक संकट से गुजर रहा है। मुख्य रूप से दिहाड़ी मजदूर, छोटे व्यापारी और ग़रीब किसान दाने दाने का मोहताज होगया है, और उससे बुरी दुर्दशा उन काम करने वालों कि है जो अपने वतन से दूर दुसरे क्षेत्रों में रोज़गार कि तलाश में निकले हुए थे।
इस संकट कि घड़ी में जहाँ मुल्क के उदार लोग और दूसरी धार्मिक और सामाजिक संगठन गरीब और असहायों कि सहायता के लिए आगे आरही हैं, वहीँ उत्तरी और पूर्वी हिंदुस्तान का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन अजमल सी० एस० आर० अपने दो संगठनों मर्कजुल मआरिफ़ और अजमल फाउंडेशन हुजाई के माध्यम से दिन रात गरीब और असहायों के प्रति अपनी सामाजिक सेवाओं का प्रतिपादन कर रही है। अजमल सी० एस० आर० के ये दोनों संगठन देश भर में और मुख्य रूप से उत्तरी और पूर्वी इंडिया में किसी भी आकस्मिक मुसीबत, आफत और दूसरी आवश्यक स्थिति में ये संगठन हमेशा सहायता करने से जानी और पहचानी जाती है।
इस समय उपर्युक्त संगठन एक महीने से लगातार या उससे भी अधिक समय से बिना किसी धार्मिक भेद भाव के सभी ज़रुरतमंदों कि हर तरह कि आवश्यक कि पूर्ति करते हैं, और साथ साथ कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क और सेनेटाईसर्स पहुंचाने का कार्य करते हैं। अजमल सी० एस० आर० के सी० ई० ओ० और पार्लियामेंट के मेम्बर मौलाना बदरुद्दीन अजमल कासमी ने अपने प्रेस नोटिस में बताया कि हर जगह के आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवार से अधिक समस्या उन लोगों की है जो दुसरे क्षेत्रों से रोज़गार कि तलाश में आये हुए हैं और लॉक डाउन कि वजह से फंसे हुए हैं, इसलिए हमारी प्राथमिकता स्थानीय गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के साथ-साथ प्रवासियों का समर्थन करना है। मौलाना ने ये भी कहा है कि प्रवासी मजदूरों कि तलाश में हमें सरकारी अफसरों का भी सहयोग मिल रहा है, क्यूँ कि हुजाई सर्कल आफिसर के संकेत पर हमारे सेवक बंगाल से आये हुए उन सैंकड़ों मजदूरों तक पहुंच रहे हैं, जिनके पास अपने अस्तित्व के लिए भोजन भी नहीं है ।
अजमल सीएसआर के संयुक्त सी ई ओ, पूर्व सांसद श्री सिराजुद्दीन अजमल ने कहा है कि रमजान उल मुबारक के पवित्र महीने के शुरू होजाने के बाद हम फिर से दो संगठनों पर कार्य कर रहे हैं।
एक कार्य कोड-19 के कारण लॉक डाउन से परेशान और दुखी लोगों के लिये उनकी आवश्यकों कि पूर्ति करने का है, और दूसरा कार्य हर वर्ष कि तरह लाखों ग़रीब रोजेदारों तक ज़रुरियात के सामान रमजान फ़ूड किट पहुंचाने का है।
श्री सिराजुद्दीन अजमल ने कहा कि इस भारी योगदान के लिए हम अपने सभी शुभचिंतकों का समर्थन प्राप्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अजमल ग्रुप का भी इस दुर्दशा में बड़ा साथ मिल रहा है। इसलिए, मैं उन सभी स्वयंसेवकों और सहायकों का धन्यवाद करता हूं, जो दोनों चरणों में अथक रूप से सेवाएं दे रहे हैं और मैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं कि अल्लाह उन्हें बेहतरीन बदला दे।