मुज़फ्फरुल इस्लाम,घोसी,मऊ। बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के अनुशासन को लेकर चाहे लाख दावे करले किन्तु सत्ता के नशे में चूर बीजेपी के एक नेता ने हद तो तब कर दी जब न्याय एवं सुरक्षा के मंदिर में पुलिस के सामने ही गाली गलौज देते हुए मारपीट शुरू कर दी।
पूरा मामला सोमवार को घोसी कोतवाली में देखने को मिला जब एक सत्तारूढ़ दल के तथाकथित एक नेता ने कोतवाली में वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल द्विवेदी के सामने नगर के एक समाजसेवी पर सत्ता के नशे का भूत उतार थप्पड़ रसीद कर दिया । वहीं साहस, सुरक्षा और सम्मान का दम्भ भरने वाली कोतवाली पुलिस सत्ता के ऐसे तथाकथित नेता के भय के सामने नतमस्तक दिखी। वहीं कोरोना संकट से हुए लॉक डाऊन में न थाकता न हारता इस युवा समाजसेवी ने ब्लड ,राशन एवं हर जरूरतमंद हेतु आवश्यक सामानों,सिनेटाइजर, गल्पस, सहित पुलिस व आमजन के लिए एक फरिश्ता साबित हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को किसी मामले की पैरवी को लेकर नगर के युवा समाजसेवी आक़िब सिद्दीकी ने स्थानीय कोतवाली में वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल द्विवेदी से बात कर रहे थे कि इतने में सत्ते के नशे में चुर सत्तारूढ़ दल का एक तथाकथित नेता आ धमका और बातों ही बातों में खाकी के सामने ही बिना डर एवं भय के आक़िब सिद्दीकी को थप्पड़ रसीद करते हुए गाली गलौज देने लगा। वहीं कोतवाली में अचानक इस घटना को देख के पूरा पुलिस बल असहाय एवं तमाशाबीन बना रहा।वहीं बड़े बड़े बदमाशों को लेकर दम्भ भरने वाली पुलिस के सामने से ही नेताजी बड़े ठाठ से अपने साथियों के साथ कोतवाली से चल निकले।
उक्त घटना की जानकारी नगर सहित पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। दोनों पक्षों से दर्जनों लोग कोतवाली पहुंचने लगे। किसी भी तरह की किसी अनहोनी के मद्देनजर कोतवाली के ठीक सामने स्थित भाजपा कार्यालय के पास पुलिस बल मुस्तैद कर दी गई। कोतवाली में तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की आवाजाही जारी है। पीड़ित समाजसेवी ने इस सम्बंध में दो नामजद व तीन अज्ञात के विरुद्ध थाना परिसर में मारने पीटने की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है। जबकि देर शाम सीओ अभिनव कन्नौनिया व कोतवाली प्रभारी सचिदानन्द यादव दोनों पक्षों से सुलह समझौते की गुजारिश करते दिखे। समाचार लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।