नई दिल्ली ( 30 जनवरी):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वो विपक्ष के साथ सीएए सहित सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। संसद के बजट सत्र से पहले बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने सीएए, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, कश्मीर की ताजा स्थिति, महंगाई और किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग की गयी थी। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदन नियमित चलना चाहिए। सरकार विपक्ष के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
सर्वदलीय बैठक में हुई चर्चा का ब्योरा देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था सहित सभी मुद्दों पर सार्थक और समृद्ध चर्चा होनी चाहिए। अर्थव्यवस्था को वैश्विक संदर्भ में देखें कि भारत इसका फायदा कैसे उठा सकता है।’उन्होंने बताया कि ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार विपक्ष की राय सुनने और हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है’। बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों पर सरकार का रुख उसका अहंकार दिखाता है, उसने प्रदर्शनकारियों से संपर्क करने की कोई कोशिश नहीं की।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विपक्षी दलों ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की तत्काल रिहाई की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने बताया कि सरकार के कुछ मंत्रियों और बीजेपी के कुछ सांसदों द्वारा अभद्र शब्दों के इस्तेमाल के मुद्दे को भी उठाया गया। द्रमुक और वाम दलों ने भी कहा कि बैठक में सीएए, फारूक अब्दुल्ला की रिहाई के मुद्दे को उठाया गया। द्रमुक के टी आर बालू ने कहा कि हमने नैशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को तत्काल रिहा करने की मांग उठाई।
सरकार की ओर से गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, द्रमुक के टी आर बालू, राजद के मनोज झा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, बीएसपी के रितेश पांडे, बीजू जनता दल के प्रसन्न आचार्य आदि शामिल हुए। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, आरपीआई के रामदास अठावले, लोजपा के चिराग पासवान आदि मौजूद थे।(इनपुट न्यूज २४)