नूह से विधायक व सीएलपी हरियाणा के डिप्टी लीडर आफताब अहमद की मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद शुक्रवार को मेवात से धारा 144 को हटाने का फरमान हरियाणा सरकार की ओर से कर दिया गया।
नूह विधायक आफताब अहमद ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी और मेवात में जिस तरह से बिना किसी वजह धारा 144 लगा रखी थी उसको तुरंत हटाने के लिए अपील की थी। मुख्यमंत्री को बताया गया कि पूरी तरह से शांति पूर्ण प्रदर्शन के बावजूद मेवात में धारा 144 लगा दी गई थी और उन्हें बताया गया कि लोकतंत्र में सभी को शांति प्रिय तरीके से विरोध करने की आजादी है। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनके सामने ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए थे। विधायक आफताब अहमद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस सकारात्मक कदम को सही ठहराया है।
विधायक व सीएलपी हरियाणा के डिप्टी लीडर अहमद ने फिर ये मांग की है कि नगर पालिका नूह, तावडू, झिरका की सीमाओं, ग्राम पंचायत पिनंगवा, व सोहना अलवर हाईवे के तीन किलोमीटर के अंदर भी इस धारा 144 को हटाने की व 250 बेगुनाह लोगों पर दर्ज एफ आई आर वापस लेने की मांग की है।
चौधरी आफताब अहमद ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के देश में सभी की आवाज को सरकारों को सुनना चाहिए चाहे वो पक्ष की हो या विपक्ष की। विरोध को गलत तरीके से दबाने की परंपरा खतरनाक है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून व एन आर सी पूरी तरह से गलत है, इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, धर्म के आधार पर नागरिकता धर्मनिरपेक्ष देश में मंजूर नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी व वो खुद देश के संविधान से हो रही छेड छाड को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।