मोदी और अमित शाह का ट्विटर पर समर्थन माँगना पड़ा मंहगा,लोगों ने दिया उल्टा जवाब

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में ट्विटर कैंपेन की शुरुआत की है. #IndiaSupportsCAA हैशटैग से पीएम मोदी ने कैंपेन की शुरुआत करते हुए लिखा, ‘भारत सीएए का समर्थन करता है, क्योंकि सीएए सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देने के बारे में है. यह किसी की नागरिकता लेने के बारे में नहीं है. नमो ऐप पर सीएए से जुड़े कई दस्तावेज, वीडियो और कंटेंट हैं. आप इसके समर्थन में अभियान चलाएं’। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह के साथ पूरा मंत्रिमंडल, सैकडों सांसद, दुनिया की सबसे बड़ी IT सेल होने का दावा करने वाली पूरी भाजपा की IT सेल , हज़ारों विधायक प्रधानमंत्री मोदी के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए मैदान में आ गए और #IndiaSupportsCAA पर खूब ट्वीट और रिट्वीट करने लगे।

#IndiaDoesNotSupportCAA ट्रेंड पर पर प्रधानमंत्री मोदी के इस अभियान को चुनौती देने के लिए सामने खड़ी थी जनता जो पिछले 18 दिनों से सड़क पर इस CAA कानून का विरोध कर रही है। फिर किया था प्रधानमंत्री मोदी का अभियान धरा का धरा रह गया और उसके विरोध का अभियान ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा और पूरे दिन टॉप ट्रेंड पर कब्ज़ा जमाए रखा। खबर लिखे जाने तक #IndiaDoesNotSupportCAA ट्रेंड पर 2 लाख 93 हज़ार ट्वीट्स थे वहीं प्रधानमंत्री मोदी के कैंपेन में केवल 1 लाख 8 हज़ार ट्वीट्स थे।

विरोध में ट्वीट करते हुए आदिवासियों की आवाज़ उठाने वाले हंसराज मीणा ने लिखा ” प्रधानमंत्री @narendramodi जी, एनआरसी, सीएए और एनपीआर जिस सोच और षडयंत्र के तहत सरकार देश के अंदर ला रही हैं, यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हैं। सरकार को अपनी विभेदकारी गलत नीति व निर्णयों पर देश से माफी माँगनी होगी। तीनों निर्णय वापिस लेने पड़ेंगे। असहनीय हैं। #IndiaDoesNotSupportCAA

समाजवादी पार्टी के नेता राजेश ने लिखा ” डिनर हो गया तो थोड़ा मेरे साथ बोलिए#IndiaDoesNotSupportCAA

प्रोफेसर दिलीप मंडल ने लिखा ” ये महत्वपूर्ण ट्रैंड है क्योंकि CAA के समर्थन में आज खुद नरेंद्र मोदी और अमित शाह खुद अपनी और बीजेपी की हजारों ब्लू टिक आईडी से ट्रैंड करा रहे हैं. बड़ी संख्या में ट्वीट कीजिए.


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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity