असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हिंदू महासभा के अध्यक्ष अभिमन्यु कुमार ने कराया FIR दर्ज

ऑल इंडिया majlis-e-ittehadul मुस्लिमीन के सदर असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ सारण की चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट नूर सुल्ताना की अदालत में बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बयान देने की वजह से ऑल इंडिया हिंदू महासभा के राज्य सदर अभिमन्यु कुमार सिंह ने एक मामला दर्ज करवाया है अभिमन्यु कुमार सिंह ने कल शाम अपनी शिकायत के खत में असदुद्दीन ओवैसी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आवाज उठाने समेत और कई इल्ज़ाम लगाए हैं खत में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से 9 नवंबर को अयोध्या की बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाया गया जिसके खिलाफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसा बयान दिया कि जिसकी वजह से लोगों के मजहबी जज्बात को ठेस पहुंचा है खत में लिखा गया है कि इतना ही नहीं ब्लकि असदुद्दीन ओवैसी ने अदालत के फैसले पर काबिल एतराज कमेंट करके मुल्क और पड़ोसी मुल्क के दोनों firkon के दरमियान नफरत पैदा करने की कोशिश की है जिसकी वजह से अमन वो शांति को नुकसान पहुंच सकता है दोनों के दरमियान दुश्मनी पैदा हो सकती है असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आवाज उठाई है वह मुल्क से बगावत है और इसी वजह से ऑल इंडिया हिंदू महासभा के राज्य सदर अभिमन्यु कुमार सिंह ने 124a 225 a505 ए बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है

यह तो ही असदुद्दीन ओवैसी की बात जिसने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ehtaram क्या और साथ ही साथ उन्होंने कहा कि यह फैसला दलील और सबूतों के बुनियाद पर नहीं दिया गया है कहा था सुप्रीम कोर्ट ने 5 एकड़ जमीन देने की बात कही है 5 एकड़ जमीन हमें नहीं चाहिए यानी खैरात में नहीं चाहिए इसे लेकर ऑल इंडिया हिंदू महासभा के रियासती सदर अभिमन्यु कुमार सिंह ने मामला दर्ज कराया है इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के कई ऐसे फैसले हैं जिनके खिलाफ लोगों ने जमकर हंगामा काटा था जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला वापस भी लेना पड़ा है पर उन लोगों के खिलाफ कभी भी f I r नहीं हुआ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया पर asaduddin owaisi के खिलाफ कार्रवाई क्यूँ किया इस वज़ह से की वो एक मुस्लिम लीडर है, हालाकि दूसरी तरफ गुजरात के एमपी मनसुख बसावा ने एक ऐसा दावा क्या है जिसको सुनकर आपके जेहन में यह सवाल उठ खड़ा होगा

कि क्या सुप्रीम कोर्ट ने वाकई फैसला सिर्फ बीजेपी के सरकार होने की वजह से दिया है या दलील की बुनियाद पर? मनसुख वसावा ने कहा है कि सेंटर में हमारी सरकार है इसीलिए यह फैसला हिंदुओं के हक्क में आया है मनसुख बसाव का यह बयान ना सिर्फ हैरान करने वाला है बल्कि अदालत पर मोदी सरकार की कितनी पकड़ है इसकी तरफ भी इशारा करता है उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण करने के लिए रास्ता साफ होने का पूरा क्रेडिट बीजेपी को जाता है उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा फैसला इसलिए सुनाया है क्योंकि सेंटर में हमारी यानी कि बीजेपी की हुकूमत है मनसुख वसावा वो शख्स है जो 6 मर्तबा भरूच से मेंबर ऑफ पार्लिमेंट बने है सीनियर लीडर अगर इस तरह की बात करता है या बयान देता है तो यकीन मानिए उनकी बात में कोई ना कोई सच्चाई जरूर है उन्होंने आगे कहा मुल्क आजाद भी नहीं हुआ था उस वक्त से राम जन्मभूमि का आंदोलन चल रहा है कितने लोग शहीद हो गए कितने आंदोलन हुए लेकिन यह मामला बीजेपी की हुकूमत में आकर खत्म हुआ और सेंटर में हमारी सरकार होने की वजह से ही ये मुमकिन हो पाया है

लेकिन इनके बयान को सुनकर कोई भी इन पर मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं होगा इनपर fir नहीं होगी, क्यूँ एक तरफ असदुद्दीन ओवैसी को रखिए दूसरी तरफ मनसुख वसावा को रखिए इन दोनों को बयान को tatoliy और सोचिए किसके बयान से सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़ा होता है किस के बयान को लेकर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए पर कोई भी मनसुख वसावा पर एफ आई आर या मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं होगा क्योंकि मनसुख वसावा बीजेपी का एक कद्दावर नेता और असदुद्दीन ओवैसी एक मुस्लिम लीडर है इसीलिए दोनों के बीच काफी विभिन्नतएं हैं आपको क्या लगता है आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं

SHARE
is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity