नई दिल्ली: हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपिंदर सिंह हुड्डा और बसपा प्रमुख मायावती के बीच नई दिल्ली में बंद कमरे में बैठक होने के बाद प्रदेश में कांग्रेस और बसपा के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के अनुमान लगाए जा रहे हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. रविवार रात लगभग आधे घंटे चली बैठक में कांग्रेस की नई प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा भी मौजूद रहीं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर अक्टूबर में होने जा रहे चुनाव में दोनों पार्टियों में गठबंधन पर सहमति बन सकती है. यह बैठक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो द्वारा पिछले सप्ताह भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (आईएनएलडी) से अलग होकर दुष्यंत चौटाला की अगुआई में बने जननायक जनता पार्टी (जजपा) से चुनाव पूर्व गठबंधन तोड़ने के बीच हुई है. दुष्यंत चौटाला ओम प्रकाश चौटाला के पोते हैं.
जजपा ने बसपा को 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था, जिसे बीएसपी ने ठुकरा दिया. गठबंधन खत्म करने की घोषणा करते हुए मायावती ने कहा कि सीट-बंटवारे के मामले में प्रस्तावित समझौते में चौटाला की मांग अनुचित थी. वहीं चुनावी बिगुल बजाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रोहतक में एक सार्वजनिक सभा में ना सिर्फ मोदी सरकार 2.0 के 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि भ्रष्टाचार और वंशवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए मनोहर लाल खट्टर की सरकार की भी प्रशंसा की. जहां मुख्य विपक्षी आईएनएलडी के ज्यादातर विधायकों और नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद उसकी ताकत कम हो गई है, वहीं राज्य में 2014 तक लगातार दो बार सरकार बनाने वाली कांग्रेस में अंदरूनी कलह जारी हैं. पहली बार विधायक बने खट्टर राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं और उनका लक्ष्य चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को सुधारकर 48 से ज्यादा सीटें दिलाना होगा..
(NDTV,INPUT)