मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान भारतीय चुनाव आयोग ने एक आईएएस अधिकारी को सस्पेंड किया था। ओडिशा में प्रतिनियुक्त पर तैनात आईएस रैंक के मतदान पर्यवेक्षक मोहम्मद मोहसिन को प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर की तलाशी के संबंध में सस्पेंड किया था। इस मामले को लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का बयान आया है।उन्होंने इस निलंबन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव आयोग दोनों के पास अच्छा मौका था कि दोनों को अपनी छवि सुधार लें लेकिन दोनों ऐसा करने से चूक गए। पूर्व चुनाव आयुक्त ने अपने ट्विटर अकाउंट से यह प्रतिक्रिया दी।गौरतलब है कि मंगलवार (16 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा दौरे पर गए थे, जहां सुरक्षा में तैनात एसपीजी से मोहसिन ने प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर की जांच करने का अनुरोध किया था।
PM’s chopper raid incident is a great opportunity missed ! Please see my views. pic.twitter.com/VqOjSVwfmK
— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) April 18, 2019
वहीं, चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को 16 अप्रैल को एसपीजी सुरक्षा से संबंधित आयोग के निर्देशों के विपरीत कार्रवाई करने के लिए निलंबित किया गया। बता दें कि यह मामला उस दिन का है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए ओडिशा के संबलपुर गए थे। अधिकारियों के मुताबिक, जनरल ऑब्जर्वर मोहसिन ने प्रधानमंत्री को लाने वाले हेलिकॉप्टर की जांच करने का प्रयास किया था।
कुरैशी का कहना है कि इसके विपरीत मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के हेलिकॉप्टर की तलाशी उनके सामने ही ली गई इससे उनका कद बढ़ गया। उन्होंने लिखा कि हमें अपने नेताओं में ऐसे रवैये की जरूरत है। पटनायक को सलाम है। बता दें कि यह पहली मर्तबा नहीं है जब मोहसिन ने किसी नेता की इस तरह से तलाशी ली है। इससे पहले वह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की तलाशी ले चुके हैं।