मिल्लत टाइम्स,पटना:चुनाव रणनीतिकार और जनया दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तेजस्वी यादव के आरोपों पर पलटवार किया है। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी को अपने ट्विटर हैंडल से टैग करते हुए लिखा कि उनकी उपलब्धि सिर्फ इतनी है कि वह लालूजी के बेटे हैं।
प्रशांत किशोर ने लिखा ‘तेजस्वी यादव आज भी लोगों के लिए आपकी पहचान और उपलब्धि बस इतनी है कि आप लालूजी के लड़के हैं। इसी एक वजह से पिता की अनुपस्थिति में आप RJD के नेता हैं और नीतीशजी की सरकार में DyCM बनाए गए थे। पर सही मायनों में आपकी पहचान तब होगी, जब आप छोटा ही सही पर अपने दम पर कुछ करके दिखाएंगे’
https://twitter.com/PrashantKishor/status/1114110396049137664?s=19
इसी एक वजह से पिता की अनुपस्थिति में आप RJD के नेता हैं और नीतीशजी की सरकार में DyCM बनाए गए थे। पर सही मायनों में आपकी पहचान तब होगी, जब आप छोटा ही सही पर अपने दम पर कुछ करके दिखाएंगे
Tejashwi Yadav on Nitish Kumar wanted to rejoin mahagatbadhan says Lalu in upcoming book: I say this with full responsibility, Nitish Kumar made many attempts to get back and ally with us, he tried many different approaches, that also within 6 months of returning to NDA pic.twitter.com/gdGJTFaP0b
— ANI (@ANI) April 5, 2019
इससे पहले प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव के उस दावे को झूठा बताया है जिसमें उन्होंने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन में वापसी करना चाहते थे और इसके लिए नीतीश ने कई बार प्रशांत किशोर को उनके पास भेजा था। लालू यादव ने अपनी आत्मकथा ‘गोपालगंज टू रायसीना: माय पॉलिटिकल जर्नी’ में यह दावा किया है।
लालू यादव के इस दावे का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने झूठा बताया है, अपने ट्वीट संदेश में प्रशांत किशोर ने लिखा ‘ लालूजी के द्वारा किया जा रहा दावा झूठा है, यह एक ऐसे नेता, जिसके अच्छे दिन बीत चुके हैं, द्वारा चर्चा में रहने का घटिया प्रयास है। हां, JDU में शामिल होने से पहले मैं कई बार उनसे मिला, लेकिन मुझे अगर मुलाकात के दौरान हुई बातचीत का ब्यौरा बताना पड़ा तो उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी।‘
लालू यादव ने दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़ने के बाद 6 महीने के बाद वापस आना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था क्योंकि वह नीतीश कुमार में भरोसा खो चुके थे। लालू यादव ने अपनी जिस किताब में यह दावा किया है वह जल्द ही रिलीज होने वाली है।