सीतामढ़ी संघर्ष समिति ने किया निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग
मिल्लत टाइम्स,सीतामढ़ी। सीतामढ़ी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मो. शम्स शाहनवाज ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष श्री जी.एच. रिजवी से डुमरा थाना में दो मुस्लिम युवाओं की पुलिस हिरासत में हुई मौत की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
अपनी शिकायत में शम्स ने कहा कि है कि सीतामढ़ी जिला के डुमरा थाना में 06-03-2019 को पूर्वी चंपारण जिला के चकिया थाना के रमडीहा निवासी गुफरान (28 वर्ष) पिता- मनाऊल तथा तस्लीम आलम (30 वर्ष) पिता- मुलाजिम की पुलिस हिरासत में संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पुलिस का कहना है कि इन दोनों युवाओं को हाईवे पर लूट एवं हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन अचानक दोनों ही युवाओं 6 मार्च 2019 को शाम करीब साढे चार बजे सदर अस्पताल सीतामढ़ी में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने 5 बज कर 5 मिनट पर गुफरान और 5 बजकर 20 मिनट पर तस्लीम को मृत घोषित कर दिया। हालांकि पोस्टमार्टम के दौरान इन दोनों युवाओं के शरीर पर करंट लगने एवं चोट के दाग मिले हैं।
शम्स ने इस संबंध में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जी एच रिजवी से फ़ोन पर हुई बातचीत के बारे में बताया कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अध्यक्ष ने कहा कि मामला गंभीर है और निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी।
शम्स ने कहा कि एक तरफ तो पुलिस दोनों ही आरोपियों पर किसी भी तरह की शारीरिक यातना देने की बात को खारिज कर रही है, वहीं डुमरा थाना के आठ अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है, जोकि मामले को और भी संदेहास्पद बना रहा है। यह उच्च स्तरीय जांच का विषय है कि आखिरकार कैसे और किस तरह दो आरोपियों की एक ही समय में पुलिस हिरासत में मौत हो जाती है?
शम्स ने कहा कि सीतामढ़ी संघर्ष समिति यह मांग करती है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अपने स्तर पर दोनों ही मुस्लिम नौजवानों की पुलिस हिरासत में हुई मौत की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच कराए और उनके परिवारों को न्याय दिलाए।(इंपुइ पुर्वांचल)